बताया जा रहा है कि ब्यावर से गिरफ्तार किए गए भारत मिलानी और उदयपुर से पकड़े गए अशोक सिंह चौहान दोनो हवाला और सट्टे के कारोबार से जुड़े रहे हैं। एसओजी अफसरों का कहना है कि दोनो ही काफी समय से बड़ी रकम का आदाना प्रदान करते रहे हैं। संभव है कि दोनो ही किसी न किसी बड़े भाजपा नेता के संपर्क में भी हों। एसओजी अफसरों का कहना है कि फिलहाल दोनो को सोमवार तक रिमांड पर लिया गया है। दोनो अगर अपना जुर्म कबूल नहीं करते हैं तो दोनो के वॉयस सैंपल भी लिए जाएंगे और यह जांच का ही एक हिस्सा होगा। इस बारे में एसओजी के अफसर गृह विभाग के अफसरों के लगातार संपर्क में हैं। उनके निर्देश के बाद ही सीएम और डिप्टी सीएम से मुलाकात होगी। एसओजी अफसरों ने बताया कि दोनो से जो भी अपडेट मिल रहा है वह गृह विभाग के अफसरों को लगातार बताया जा रहा है। उधर इस कार्रवाई के बाद अशोक के बेटे ने पिता को निर्दोष बताया है। वहीं भरत के घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
उधर एसीबी भी खरीद फरोख्त के आरोप में जांच में लिए गए तीनों विधायकों से पूछताछ की तैयारी में है। एसीबी के अफसर भी गृह विभाग के अफसरों की मदद से सीएम के संपर्क में हैं। सीएम का ग्रीन सिग्नल मिलते ही एसीबी या तो तीनों निर्दलीय विधायकों को पूछताछ करने के लिए जयपुर मुख्यालय बुला सकती है या फिर अलग—अलग यूनिट में उनके जिलों में ही पूछताछ की जा सकती है। फिलहाल एसीबी ने पीई दर्ज करने के अलावा इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया है। उधर तीनों निर्दलीय विधायकों ओम प्रकाश हुडला, सुरेश टांक और खुशवंत सिंह को एसोसिएट विधायक की लिस्ट से हटाना बताया जा रहा है।