मार्गशीर्ष अमावस्या पर लगनेवाला सूर्यग्रहण साल 2020 का दूसरा और अंतिम सूर्यग्रहण होगा। सूर्यग्रहण 14 दिसंबर 2020 की शाम को 07:03 बजे शुरू होगा और मध्यरात्रि यानि 15 दिसंबर 2020 की देर रात 12:23 बजे इसका समापन होगा। इस प्रकार सूर्यग्रहण करीब पांच घंटे का होगा।
ये ग्रहण साउथ अमेरिका, साउथ अफ्रीका के साथ ही प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में भी दिखाई देगा। ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि भारत में दिखाई न देने के कारण इस सूर्यग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। सूर्यग्रहण के दौरान धर्म—कर्म, पूजा—पाठ यथावत होते रहेगी। ग्रहण के समय भी मंदिर, पूजास्थल पूरी तरह खुले रहेंगे।
गौरतलब है कि शास्त्रों में सूर्यग्रहण के दौरान कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। सूतक से पहले ही खाने और सोने की भी मनाही होती है, मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। ग्रहण समाप्ति के बाद गंगा या अन्य पावन नदियों के जल से मंदिरों, मूर्तियों का शुद्धिकरण किया जाता है। चूंकि इस ग्रहण का सूतक ही नहीं लगेगा इसलिए मंदिरों में पूजा पाठ सहित धार्मिक कामकाज होंगे।