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स्वच्छता सर्वेक्षण 2019: मोदी सरकार के मिशन को साकार करेंगें ये ‘रक्षक’, दिन-रात करते हैं मेहनत

locationजयपुरPublished: Jan 21, 2019 01:20:25 pm

Submitted by:

neha soni

इन्हें कचरे वाला नहीं, सफाई वाला कहिएशहर को बेहतर रैंकिंग दिलाने के लिए रात-दिन एक कर रहे निगमकर्मी

जयपुर. शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है। सफाई कर्मचारी दिन-रात एक करके शहर का साफ करने में जुटे हैं। 30 लाख की आबादी वाले शहर के हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वो भी इस सर्वेक्षण में सहयोग करे। इससे न सिर्फ उन सफाईकर्मियों को हौसला बढ़ेगा, जो हमारे फेंके गए कचरे को बार-बार उठाते हैं, बल्कि जयपुर की रैंकिंग में भी उछाल आएगा।
शहर में करीब आठ हजार सफाईकर्मी हैं और दो हजार के आस-पास डोर टू डोर कचरा संग्रहण में कर्मचारी लगे हैं। सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक ये अधिकतर एक ही रास्ते से सफाई करते हुए निकलते हैं। रोज ये रास्ते गंदेे हो रहे है। हमें अपनी आदत को सुधारना होगा। गौर करें तो बीते साल की तुलना में आम लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता बढ़ी है। बच्चों में तो काफी ज्यादा दिखाई देती है। इसको जागरुकता को और बढ़ाने की जरूरत है।
2 हजार से अधिक कर्मचारी लगे हैं घर-घर कचरा इकट्ठा करने में
15 सफाईकर्मी इन दिनों हर वार्ड में रात में भी कर रहे सफाई

“सफाई हमारी जिम्मेदारी”
सफाई करना हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन शहरवासियों को भी इसमें पूरा सहयोग करना चाहिए। अभी स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है। रैंक सुधरेगी तो हमारे साथ-साथ पूरे शहरवासियों को गर्व होगा। -संगीता
“लोगों को भी समझना चाहिए”
कई बार देखता हूं कि लोग गाड़ी में कचरा बाहर फेंकते हैं। इससे सडक़ तक गंदी हो जाती है। हम तो अपना काम रोज करते हैं, लेकिन ऐसे लोगों को भी समझना चाहिए ताकि हमारा शहर स्वच्छ रहे। – मुकेश
“बच्चे ज्यादा रखते हैं स्वच्छता”
सुबह कई बार बच्चों को बिस्किट और चिप्स के रैपर कचरा पात्र में डालते हुए देखना तो अच्छा लगता है, लेकिन बड़े खुले में गंदगी डाल कर जाते हैं। कहने पर जवाब मिलता है कि ये तो आपका काम है। -रेखा
“हम तो अपना काम कर रहे हैं”
लाखों लोगों में कुछेक सफाईकर्मी ही हैं। सफाई व्यवस्था केवल सफाईकर्मियों के भरोसे बेहतर नहीं हो सकती है। हम तो अपना काम प्रतिदिन कर रहे हैं। इसमें लोगों को भी सहयोग करना चाहिए। -भंवर
उम्मीद है कि हम सर्वेक्षण में पहले से बेहतर स्थिति में आएंगे। सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक सफाई व्यवस्था का जायजा लेता हूं। उसके बाद शाम को रात की सफाई व्यवस्था अलग-अलग वार्डों में देखता हूं। सफाईकर्मी काफी मेहनत कर शहर को साफ करने में जुटे हैं।
संजय जांगिड़, चेयरमैन, स्वच्छता और स्वास्थ्य समिति-ए
लोग क्या करें-
सड़क पर कचरा फेंकने से बचें। जगह-जगह डस्टबिन लगे हैं। इनका ही उपयोग करें।
हूपर आने पर कचरा उसमें डालें, हूपर नहीं आए तो उसकी शिकायत करें।

सफाईकर्मी ये कर रहे-
सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक नियमित बाजारों में सफाईकर्मी सफाई कर रहे हैं।
रात आठ बजे से 12 बजे तक प्रमुख बाजारों में हो रही सफाई।
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