13 दिन में 17 मौत, 280 से ज्यादा पॉजिटिव – स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के अनुसार इस साल प्रदेश में स्वाइन फ्लू कहर बरपा सकता है। जहां पिछले साल जनवरी के महीने में स्वाइन फ्लू का एक पॉजिटिव मामला सामने आया और एक मौत हुई वहीं इस साल जनवरी महीने में 13 दिन में ही स्वाइन फ्लू से 17 लोगों की मौत हो गई है और 280 से ज्यादा लोग स्वाइन फ्लू का दर्द झेल रहे है। वहीं अस्पतालों मे दर्जनों मरीज स्वाइन फ्लू से पीड़ित होकर अपना इलाज करा रहे है। वहीं डेंगू के मामले गिनती के आ रहे हैं। जबकि स्वाइन फ्लू न सिर्फ तेजी से फैल रहा है, बल्कि जानलेवा भी हो गया है।
8 सप्ताह तक रहेगा स्वाइन फ्लू का प्रकोप – स्वाइन फ्लू के मरीजों के उपचार में जुटे एसएमएस के मेडिसिन विभाग के चिकित्सकों का कहना है कि किसी भी एपिडेमिक का प्रकोप आठ सप्ताह तक रहता है। इसके बाद उसका असर कम होने लगता है। ऐसी स्थिति साल में कई बार आ सकती है। ऐसे में स्वाइन फ्लू से डरने की बजाय लक्षण दिखते ही तत्काल सरकारी अस्पताल में स्क्रीनिंग कराएं और अपना उपचार शुरू करवाएं।
सवाई मानसिंह अस्पताल के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ रमन शर्मा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को स्वाइन फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है। जरूरी नहीं कि दो से तीन दिन तक रहने वाली सर्दी व खांसी स्वाइन फ्लू हो। लेकिन लक्षण दिखते ही तत्काल स्क्रीनिंग कराएं और अपना उपचार शुरू करवाएं। डॉ शर्मा ने बताया कि वायरस के स्ट्रेन बदलने के बाद भी पुरानी दवा ही स्वाइन फ्लू के उपचार में कारगर है।
जयपुर में अब तक तीन मौत, 150 से ज्यादा पॉजिटिव – राजधानी जयपुर में भी साल के पहले पखवाडे में स्वाइन फ्लू करह बरप रहा है। राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू से 13 दिन में ही 17 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 200 लोग स्वाइन फ्लू का दर्द झेल रहे है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ नरोत्तम शर्मा का कहना है कि स्वाइन फ्लू को लेकर शहर में लगातार सर्वे करवाया जा रहा है।