मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस सेवादल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित कर सेवादल के कामकाज के साथ-साथ उसके बिताए गए अनुभवों को साझा करेंगे। इसके पहले सुबह 8 बजे शुरू हुए पहले सत्र में संगठन को राष्ट्रव्यापी बनाने की प्रक्रिया व सदस्य अभियान पर चर्चा की गई।
सत्र के तीसरे सत्र में शाम चार बजे चुनावों में संगठन की भूमिका, बूथ मैनजमेट, लगातार हारी हुई विधानसभा और लोकसभा सीटों को लेकर कार्यकारिणी की बैठक में मंथन किया जाएगा।
2021 तक 10 लाख कार्यकर्ता का टारगेट
कांग्रेस सेवादल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये भी तय हुआ है कि 2020 तक 3.5 लाख सदस्यता हो चुकी है। 2021 तक 10 लाख और 2023 में सेवादल के शताब्दी वर्ष तक सदस्यता 50 लाख तक पहुंचाने का टारगेट तय किया गया है। इसके लिए ग्रामीण, तालुका-पंचायत और शहर स्तर तक इकाइयों का गठन व सदस्यता अभियान जारी है।
सेवादल ने दो साल का एजेंडा तैयार किया है। इसमें खेती, पर्यावरण, शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा पर कामकाज शुरू हो गया है। इससे पहले सम्मेलन के पहले दिन सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने कहा कि हमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसा बनने की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस सेवादल आरएसएस की कॉपी नहीं कर रहा।
हमारा इतिहास, विचारधारा,कार्य पद्धति और लक्ष्य अलग है। कांग्रेस सेवादल देश का सबसे पुराना और जनता से सीधा जुड़ा हुआ संगठन है। स्वाधीनता आंदोलन से लेकर जनहित के लिए संघर्ष ही इसकी पहचान है।