राजस्थान में सालों पुरानी परंपरा: 20,000 करोड़ का सालान मार्केट टैटूज का ट्रेंड आज भले ही युवाओं में है, लेकिन राजस्थान में यह नया नहीं है। राजस्थान के गांवों में और कई जनजातियों में टैटूज या गोदने का प्रचलन सालों से चला आ रहा है। गौरतलब है कि भारत का टैटू उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, अनुमानित रूप से लगभग हर साल 20,000 करोड़ रुपए लोग टैटूज बनवाने में खर्च करते हैं। गोवा में समुद्र तट के किनारे स्टॉल से लेकर मॉल में पेशेवर स्टूडियो तक, भारतीय टैटू उद्योग फलफूल रहा है।