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शिक्षक हीराराम ने अभ्यर्थियों तक पहुंचाया था पेपर, पुलिस के पहुंचने से पहले गोवा से फरार

वनरक्षक भर्ती पेपर लीक मामला: ढाका गैंग से भी तार जुड़े होने के मिले साक्ष्य

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जयपुर. बांसवाड़ा. वन रक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में पुलिस उदयपुर के सरकारी अध्यापक हीराराम सारण को तलाश रही है। सारण ने ही परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराया था। अभी तक पुलिस उस स्थान पर नहीं पहुंच पाई जहां से पेपर चुराया गया था। हीरा के गोवा में छिपे होने की सूचना मिली थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भाग निकला। उधर, एसओजी गिरफ्तार ग्यारह आरोपियों से पूछताछ कर पेपर लेने वाले अन्य अभ्यर्थियों की पहचान में जुटी है। लीक पेपर पढऩे वाले सभी अभ्यर्थी गिरफ्तार होंगे।

गुड़ामलानी के अटरवाव गांव निवासी हीरालाल पुत्र रतनाराम सारण ने उदयपुर से बीएसटीसी की थी। वह वर्ष 2022 में ही तृतीय श्रेणी शिक्षक बना था। अभी उसका परिवीक्षा काल चल रहा है। उसने लव मैरिज की है तथा उसकी पत्नी भी तृतीय श्रेणी शिक्षिका है। ऐसे में उसके पकड़े जाने के बाद उनकी परीक्षा की भी जांच की जाएगी।

पुलिस हीरा को 17 दिन से तलाश रही है। हीरालाल वागड़ में करीब 20 वर्ष से सक्रिय है। उसका नेटवर्क बड़ा होने के साथ ही पुलिस को आशंका है कि कई पेपर लीक करने वाले सुरेश ढाका की गैंग से भी हरीश के तार जुड़े हो सकते हैं। आशंका यह भी है कि लीक पेपर बांसवाड़ा के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों और कई गैंग तक पहुंचा है।

बेहद शातिर, नंबर और ठिकाने बदल रहा

हीराराम उर्फ हरीश गांव से फरार हुआ है उस दिन से कई मोबाइल नंबर बदल चुका है। एक स्थान पर एक दिन से ज्यादा टिक भी नहीं रहा है। इस कारण अब तक पुलिस से बचने में कामयाब हो रहा है।

हीरा की तलाश...

पेपर लीक कहां से हुआ यह हीरा के पकड़े जाने से ही पता चलेगा।

हर्षवर्धन अग्रवाला, एसपी बांसवाड़ा