जयपुर के प्रतापनगर इलाके में ग्यारह साल की एक बच्ची को मार्शल आर्ट सिखाने के बहाने टीचर ने गलत तरीक से टच किया। बच्ची ने मना किया लेकिन वह नहीं माना, बात बढ़ी और स्कूल प्रबंधन के पास पहुंची। लेकिन जैसा अक्सर होता है बच्ची को ही चुप रहने के लिए कहा। जब यह सब कुछ ज्यादा दिन तक हुआ तो उसने अपने परिजनों को इसकी सूचना दी।
बच्ची के परिजनों ने प्रताप नगर थाने में मामला दर्ज कराया है। मामले की जांच एसएचओ प्रतापनगर कर रहे हैं। मामला प्रताप नगर के एक नामी निजी स्कूल से जुड़ा हुआ है। गर्ल्स टाॅयलेट में लगा दिया मोबाइल
उधर, नागौर के कुचेरा क्षेत्र के गांव गांजू में स्थित एक सरकारी स्कूल के गर्ल्स टाॅयलेट में एक चौकीदार ने ही मोबाइल फोन लगा दिया। चौकीदार ने इससे पहले टॉयलेट की दीवार में छेद किया और उसके बाद रिकॉर्ड मोड पर रखकर वहां पर मोबाइल लगा दिया। मोबाइल कितने दिन से लगाया गया था और उसमें कितनी रिकॉर्डिंग हुई। इसके बारे में पता लगाने से ही पहले ही चौकीदार ने मोबाइल निकाल लिया और फरार हो गया। मामले का खुलासा शुक्रवार को हुआ। छात्राओं की नजर अचानक इस जगह पर पड़ी तो छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन को इस बारे में जानकारी दी। मैनेजमेंट ने इस बारे में पुलिस को बताने की जगह टॉयलेट को ही लॉक कर दिया। बाद में परिजनों को पता चलने पर मामला खुला। परिजनों ने जब स्कूल प्रबंधन से बात की तो प्रधानाचार्य मधुसुदन ने सरपंच के साथ मिलकर थाना पुलिस को सूचना दी और शिकायत दर्ज कराई। स्कूल प्रबंधन ने गांव वालों के साथ मिलकर चौकीदार को दबोचने का प्रयास किया। उसे दबोच भी लिया गया, लेकिन वह अपना मोबाइल फोन लेकर भाग ही गया।
उधर, नागौर के कुचेरा क्षेत्र के गांव गांजू में स्थित एक सरकारी स्कूल के गर्ल्स टाॅयलेट में एक चौकीदार ने ही मोबाइल फोन लगा दिया। चौकीदार ने इससे पहले टॉयलेट की दीवार में छेद किया और उसके बाद रिकॉर्ड मोड पर रखकर वहां पर मोबाइल लगा दिया। मोबाइल कितने दिन से लगाया गया था और उसमें कितनी रिकॉर्डिंग हुई। इसके बारे में पता लगाने से ही पहले ही चौकीदार ने मोबाइल निकाल लिया और फरार हो गया। मामले का खुलासा शुक्रवार को हुआ। छात्राओं की नजर अचानक इस जगह पर पड़ी तो छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन को इस बारे में जानकारी दी। मैनेजमेंट ने इस बारे में पुलिस को बताने की जगह टॉयलेट को ही लॉक कर दिया। बाद में परिजनों को पता चलने पर मामला खुला। परिजनों ने जब स्कूल प्रबंधन से बात की तो प्रधानाचार्य मधुसुदन ने सरपंच के साथ मिलकर थाना पुलिस को सूचना दी और शिकायत दर्ज कराई। स्कूल प्रबंधन ने गांव वालों के साथ मिलकर चौकीदार को दबोचने का प्रयास किया। उसे दबोच भी लिया गया, लेकिन वह अपना मोबाइल फोन लेकर भाग ही गया।