scriptसिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूक कर रहे शिक्षक | Teachers making awareness against single use plastic | Patrika News

सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूक कर रहे शिक्षक

locationजयपुरPublished: Jul 01, 2022 11:02:59 pm

Submitted by:

Anand Mani Tripathi

पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद हो रहा है। अब कई जगह जुर्माने का प्रावधान भी है, लेकिन इस मुहिम में शिक्षकों का एक समूह पिछले डेढ़ दशक से जुटा है। इस समूह से जुड़े लोग पूरे जिले में बड़े मांगलिक आयोजन व सामाजिक कार्यक्रम में जाकर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संदेश देते हैं। साथ ही खुद ही प्लास्टिक की गिलासों की बजाय तांबे के लौटे में पानी पिलाते हैं। साथ ही कपड़े की थैलियां भी बांटते हैं।

19 plastic materials will no longer be sold in the market.

शहर में 1 जुलाई से प्रतिबंधित होगा सिंगल यूज प्लास्टिक, भंडारण से लेकर परिवहन पर भी होगी रोक, करीब 10 करोड़ का व्यवसाय होगा प्रभावित

पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद हो रहा है। अब कई जगह जुर्माने का प्रावधान भी है, लेकिन इस मुहिम में शिक्षकों का एक समूह पिछले डेढ़ दशक से जुटा है। इस समूह से जुड़े लोग पूरे जिले में बड़े मांगलिक आयोजन व सामाजिक कार्यक्रम में जाकर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संदेश देते हैं। साथ ही खुद ही प्लास्टिक की गिलासों की बजाय तांबे के लौटे में पानी पिलाते हैं। साथ ही कपड़े की थैलियां भी बांटते हैं।

पर्यावरण सेवक व वरिष्ठ शिक्षक ओम प्रकाश विश्नोई के नेतृत्व में शिक्षकों की पर्यावरण टीम फलोदी व आसपास के क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण व समाज सुधार की नि:शुल्क सेवा कर रही है। जब भी सरकारी ड्यूटी से ऑफ होते हैं, तो ऐसे कार्यक्रमों में पहुंच कर लोगों को जागरूक करते हैं। साथ ही नशा मुक्ति व झूठन नहीं छोड़ने का संदेश भी देते हैं। जोधपुर जिले में कई गांवों-कस्बों के साथ पोकरण, बज्जू, बीकानेर, लोहावट, ओसियां, आऊ, बाप, नोखा, मुकाम मेलों, मरु मेला, पुष्कर अजमेर कई शहरों में ये संदेश दे चुकी है।

अब लोग खुद बुलाते हैं
बिश्नोई बताते हैं कि शुरुआत में काफी दिक्कत होती थी। लोग हमें समझ नहीं पाते थे, लेकिन अब तो अपने कार्यक्रमों में खुद बुलाते हैं। पूरी शादी या सामाजिक कार्यक्रम में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करते, झूठन नहीं छोड़े और पेड़ लगाने के स्लोगन भी शामियाने में लगाए जाते हैं। पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद हो रहा है। अब कई जगह जुर्माने का प्रावधान भी है, लेकिन इस मुहिम में शिक्षकों का एक समूह पिछले डेढ़ दशक से जुटा है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो