अरूणा शर्मा ने कहा कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने तबालदों से पहले कहा था कि तबादले ऑनलाइन होंगे और पारदर्शी होंगे। जबकि तबादलों में पारदर्शिता नहीं बरती गई है। साथ ही उन्होंने माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल के खिलाफ भी मोर्चा खोलने की बात कही है, क्योंकि बैक डेट में हो रहे तबादलों पर डिडेल के हस्ताक्षर है।
संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि वे इन तबादलों को लेकर लगातार विरोध जता रहे है। 7 अक्टूबर को शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया गया। लेकिन किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई। अब संगठन से जुड़े शिक्षक गुरूवार को जिला स्तर पर नई पेंशन योजना लागू करने, सावंत कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने साथ ही तबादलों की अनियमिता को दूर करने को लेकर प्रशासन को एक बार फिर ज्ञापन देंगे। इसके बाद 14 अक्टूबर को बीकानेर में संगठन की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। अगर फिर भी सरकार की ओर से किसी तरह की सुध नहीं लेती है तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
वहीं, शिक्षकों के तबादलों से जुड़ी इस राजनीति के कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बाधित हो रही है। तबादले होने वाले कई शिक्षकों ने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है तो कुछ ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद ही अवकाश ले लिया।