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शिक्षक देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश

locationजयपुरPublished: Jun 17, 2021 04:15:21 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

शुरू होगा ‘जल-जीवन-हरियाली जागरुकता अभियान’

शिक्षक देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश

शिक्षक देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश



जयपुर, 17 जून
पर्यावरण संरक्षण को लेकर शिक्षक अब जागरुकता का संदेश देंगे। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ‘जल-जीवन-हरियाली जागरुकता अभियान’ कार्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा है। संघ के प्रदेश महामंत्री अरविंद व्यास ने बताया कि संघ अक्टूबर तक तीन बड़े कार्यक्रम का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा। संघ का पहला कार्यक्रम ‘धरती माता का करें श्रृंगार ‘ कार्यक्रम के तहत स्कूल और आसपास पौधरोपण, स्कूल के आसपास सफाई और कचरा नहीं फैकने, प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग बंद करने जैसे कार्य किए जाएंगे। दूसरा कार्यक्रम ‘जल शक्ति संरक्षण’ अभियान के तहत स्कूल के बच्चों को पानी का महत्व बताया जाएगा साथ ही तालाबों को गंदा नहीं करने उसकी साफ सफाई के महत्व के बारे में भी बताया जाएगा। वहीं ‘जीव संरक्षण अभियान’ कार्यक्रम के तहत पशुओं के लिए घास और पानी की टंकियां लगवाने, पक्षियों के लिए दाना और पानी के लिए परिंंडे और सकोरे लगवाए जाएंगे। प्रदेश संगठन मंत्री प्रहलाद शर्मा ने बताया कि इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए बच्चों के साथ आमजन को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा। उनकी समझाइश की जाएगी कि वह अपने या बच्चों के जन्मदिन पर पौधा लगाकर उन यादों को स्थाई बनाएं। घर में होने वाले समारोह में अतिथि का स्वागत हार पहनाने या फूल देने की जगह पौधे देकर सम्मानित करें। घर और सड़क बनाते समय पेड़ों को बचाएं, घर में थोड़ी सी जगह पेड़-पौधों के लिए रखें। पानी का संरक्षण करें, हर बूंद को बचाएं।
यह भी दिया जाएगा संदेश
: पशु पक्षियों को जीने दें। उनके लिए दाना-पानी का इंतजाम करें।
: घर का कचरा सब्जी, फल, अनाज को पशुओं को खिलाएं।
: अन्न का दुरुपयोग न करें। बचा खाना खराब होने से पहले गरीबों में बांटे
: पॉलीथीन का उपयोग ना करें। सब्जी और सामान के लिए कपड़े की थैलियां गाड़ी में सदा साथ रखें।
: यहां वहां थूककर, चाहे जहां मूत्र विसर्जन के लिए खड़े होकर अपनी असभ्यता व अशिक्षित होने का प्रश्नचिन्ह न लगने द ें।
: उपयोग न होने की स्थिति में लाइट बंद करें। डिब्बाबंद पदार्थों और डिस्पोजबल का प्रयोग कम से कम करें।
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