उसकी बातों को ध्यान से सुनें
आपने खुद चुना है उसेआपने अपनी टीम को बड़ी मेहनत के साथ खड़ा किया है। टीम के हर सदस्य को ढेरों कैंडिडेट्स के बीच में से चुना है। एक-एक को परखकर आपने उसका चुनाव किया है। आपने जिस समय उन्हें चुना था, तो कुछ गुणों के आधार पर उसका चयन किया था। आपको उससे कुछ आशाएं थीं, पर उन पर खरा उतरने के लिए उसे वक्त चाहिए और आपको भी उसे समझने के लिए समय की दरकार है। ऐसे में अभी अगर उसका व्यवहार या काम गलत दिशा में जा रहे हैं, तो एक बार दुबारा विचार करना होगा। तुरंत फैसला लेने से आप गलत निर्णय भी ले सकते हैं।समझदारी से लें काम
अ गर आप किसी एम्प्लॉई को बाहर का रास्ता दिखाते हैं, तो इससे उसका कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि कहीं न कहीं क्षति आपको ही पहुंचती है। आपने अपनी टीम के एक महत्त्वपूर्ण सदस्य को गंवाया है। आपने और संस्थान ने काफी कुछ उस पर निवेश किया था। अगर उसको समझकर सही तरह से उसे हैंडल किया जाता, तो हो सकता था कि वो आपके लिए बेस्ट एम्प्लॉई साबित होता। इसलिए बिना कुछ समझे निर्णय लेने की आदत बदलें।्रउन्हें आगे आने का मौका दें
ऑफिस में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो स्वयं भी गंभीरता से काम नहीं करते और टीम के अन्य सदस्यों के काम को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे लोगों को निकालना ही समस्या का समाधान नहीं है। एक अच्छा लीडर वह है, जो ऐसे एम्प्लॉइज को जिम्मेदार बनाए। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका होगा कि आप ऐसे एम्प्लॉइज को गंभीर काम दें, साथ ही उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाते रहें। इस तरह ये अपने प्रदर्शन को लेकर गंभीर हो सकते हैं।
लीडर का फेल्यिर है यह
किसी भी एम्प्लॉई को निकालने से पहले दस बार सोचें। कमजोर लीडर्स ही यह कहते हैं, ‘मैं कुछ नहीं सुनना चाहता, मेरा फैसला अब बदल नहीं सकता।’ कई बार परिस्थितियों को समझते हुए आपको कुछ चीजें सहन भी करनी पड़ती हैं। अच्छे लीडर्स इस बात के हिमायती होते हैं कि हर समस्या को बिना किसी को तकलीफ दिए सुलझाया जा सकता है। यह विचार करें कि कहीं आप रिलेशनशिप के बेसिक फंडे को समझने में भूल न कर रहे हों।