टीम राजस्थान के लिए यह टूर्नामेंट बेहद अहम होगा क्योंकि उनके राज्य क्रिकेट संघ में विवाद के चलते तदर्थ समिति गठित कर दी गई है। हालांकि टीम का सारा जिम्मा बीसीसीआई के निर्देशन में टीम राजस्थान संभाल रही है। बता दें कि पिछले कई वर्षों से राजस्थान के खिलाड़ी टीम राजस्थान के बैनर तले ही घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंटों में हिस्सा ले रहे हैं। आरसीए का न तो चयन में और न ही आयोजन में कोई दखल रहता है। चयनकर्ता ओपन ट्रायल आयोजित कर टीम का चयन करते हैं। विवाद के चलते जितना समय तैयारी के लिए खिलाडिय़ों को मिलना चाहिए था उतना नहीं मिल पाया है। ओपन ट्रायल के बीच चयनित खिलाडिय़ों में मैच करवा कर फाइनल टीम चुनी गई है। हालांकि कप्तान मेनारिया और उपकप्तान दीपक चाहर के अनुभव का फायदा टीम को मिल सकता है। टीम को अपने सभी मुकाबले चेन्नई में खेलने है। विजय हजारे ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल मुकाबले 14 अक्टूबर से, सेमीफाइनल 17 और 18 अक्टूबर को और 20 अक्टूबर को खिताबी मुकाबला खेला जाएगा।
विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम की कप्तानी एक बार फिर ऑलराउंडर अशोक मेनारिया को सौंपी गई है, जबकि टीम इंडिया के लिए खेल चुके तेज गेंदबाज दीपक चाहर उपकप्तान होंगे। टीम राजस्थान में मेनारिया और दीपक के अलावा चेतन बिष्ट और रोबिन बिष्ट, राहुल चाहर, अनिकेत चौधरी, चंद्रपाल सिंह, आदित्य गढ़वाल, अमित गौतम, अंकित लाम्बा, अभिमन्यु लाम्बा, महिपाल लोमरोर, मनेन्दर सिंह, तेजिन्दर सिंह और तन्वीर उल हक भी शामिल हैं।
20 सितम्बर: राजस्थान/झारखण्ड
23 सितम्बर: राजस्थान/तमिलनाडु
25 सितम्बर: राजस्थान/गुजरात
27 सितम्बर: राजस्थान/हरियाणा
28 सितम्बर: राजस्थान/त्रिपुरा
01 अक्टूबर: राजस्थान/असम
03 अक्टूबर: राजस्थान/जम्मू-कश्मीर
07 अक्टूबर: राजस्थान/बंगाल
09 अक्टूबर: राजस्थान/सर्विसेज