त्रिपोलिया गेट से परंपरागत तीज की सवारी राजस्थानी लोक रंग बिखेरते हुए निकली। कलाकारों ने तेरहताली, कालबेलियाइ, कच्छी घोड़ी, चकरी, गेर जैसे राजस्थानी लोकनृत्य पेश किए। सवारी के आगे मांगणियार लोक कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। ऊंट गाड़ी पर राधा—कृष्ण की स्वरूप झांकियों के साथ मयूर नृत्य भी देखने को मिला। इससे पहले सवारी में सबसे आगे गजराज पचरंगा निशान लिए निकला। बीच-बीच में शहर के प्रमुख बैंड वादक अपनी मधुर स्वर लहरियां बिखरते हुए आगे बढ़े। सवारी में सजे-धजे ऊंट व बैलगाड़ी का लवाजमा भी शामिल हुआ। आखिरी में तीज माता की शाही सवारी निकली तो लोगों ने न्यौछावर लुटाई। सवारी त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार होते हुए तालकटोरा पहुंची।