गौरतलब है कि इससे शनिवार से पहले अधिकतम और न्यूनतम तापमान अपने सामान्य तापमान से कहीं ज्यादा था। सोमवार को जयपुर मौसम केंद्र ने अधिकतम तापमान 33.8 और न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया। आपको बता दें कि एक कमरे का खुशनुमा तापमान 28 डिग्री सेल्सियस होता है। ऐसे में अब मौसम खुशनुमा हो गया है। पिलानी में एक सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी में यह राहत 25 मई तक रहेगी। इसके बाद फिर से मौसम पूरी तरह से खुल जाएगा। इसके कारण तापमान में फिर से बढ़ोतरी हो सकती है। अभी पाक की तरफ से आगे बढ़ रहा मानसून राजस्थान में प्रवेश नहीं किया है। ऐसे में उसके प्रवेश के साथ ही एक बार फिर से राहत मिलेगी।
बारिश और ओलावृष्टि के कारण हवा में नमी यानी आर्द्रता बढ़ गई है। इसके कारण अब लोगों के गले भी कम सूख रहे हैं। इससे प्रदेश के लोगों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि कम नमी के कारण बिजली और पानी की मांग जबरदस्त बढ़ गई थी। कई जगहों पर पानी की कमी को लेकर शिकायतें हो रही थी।
...तो 5.8 किमी ऊंचाई पर बने चक्रवात ने दी राहत उत्तर पश्चिम राजस्थान में समुद्री उंचाई से 5.8 किलोमीटर पर पश्चिमी विक्षोभ के कारण बने एक चक्रवात ने लोगों को राहत दी है। इस चक्रवात के कारण ही उत्तर पश्चिम राजस्थान सहित कई प्रदेशों में इलाकों में छिटपुट बारिश हुई और सोमवार को भी होने की संभावना है। जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है। 23-24 तारीख के दौरान राजस्थान में अलग-अलग वर्षा गतिविधि होगी।
जयपुर मौसम विभाग ने बताया है कि बीकानेर, श्रीगंगानगर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी और आसपास के कुछ क्षेत्रों मे मेघगर्जन के साथ अचानक तेज हवाएं/धूल भरी आंधी , अपेक्षित हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा के साथ कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा/ बूँदा-बाँदी होने की संभावना है। भीलवाड़ा,बूंदी और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना है। 23 मई को कई इलाकों में अच्छी वर्षा होगी। राजस्थान में धूलभरी आंधी की पूरी संभावनाएं हैं।
- राजस्थान- पिलानी 1
- दिल्ली- आर्यनगर 5
- उत्तराखंड- देहरादून 3
- हिमाचल- शिमला 3