scriptआरोप! पुलिस की ढिलाई से आरोपियों ने बलात्कार का वीडियो किया वायरल, भाजपा का आज प्रदेशभर में प्रदर्शन | Thanagazi Gangrape Case : BJP's Protest Against Alwar Gangrape | Patrika News

आरोप! पुलिस की ढिलाई से आरोपियों ने बलात्कार का वीडियो किया वायरल, भाजपा का आज प्रदेशभर में प्रदर्शन

locationजयपुरPublished: May 10, 2019 10:46:44 am

Submitted by:

dinesh

Alwar Gangrape: आखिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभी तक कुर्सी पर क्यों बैठे हैं…

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जयपुर।


अलवर के थानागाजी में पति के सामने विवाहिता से बारी-बारी पांच लोगों के बलात्कार ( Thanagazi Gangrape Case ) करने की घटना ने पूरे प्रदेश को आहत कर दिया है। भाजपा गुरुवार को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन देगी। प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी और पार्टी की जांच कमेटी के सदस्य रामकुमार वर्मा और ज्योति किरण शुक्ला ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा कि आखिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभी तक कुर्सी पर क्यों बैठे हैं।
मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री हैं, जिनके निर्देश पर पुलिस मामला दबाए रखा
महिला से सामूहिक बलात्कार का मामला बुधवार को राजधानी में भी गंूजा। राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं ने सिविल लाइंस फाटक पर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर मामला दबाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल हाउस जाकर ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन में आरोप लगाया कि संबंधित थाना पुलिस ने मामला दबाए रखा। मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री हैं, जिनके निर्देश पर अलवर के पुलिस अधीक्षक ने भी 2 दिन तक मामला दबाए रखा। पुलिस की ढिलाई के कारण ही आरोपियों ने बलात्कार मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तब जाकर पुलिस हरकत में आई। चुनाव के फेर में कांग्रेस सरकार ने सामूहिक बलात्कार का मामला दबा दिया। इधर, राजस्थान विवि में एबीवीपी कार्यकर्ताओं व छात्रों ने मुख्य द्वार पर मुख्यमंत्री के पुतले के साथ प्रदर्शन किया। एबीवीपी के प्रदेश मंत्री हुशियार मीणा ने कहा कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

केन्द्रीय मंत्री ने मांगा सीएम से इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने थानागाजी गैंगरेप मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगा है। मेघवाल ने कहा कि 26 अप्रैल की घटना को 30 अप्रैल को दर्ज किया गया। फिर 6 मई को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कांग्रेस को नुकसान ना हो, इस मंशा से मामला दबाए रखा। अब सरकार इस मामले में लीपापोती कर रही है। एक तरफ तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि उनकी सरकार पारदर्शी है लेकिन इस मामले में पारदर्शिता कहां चली गई? मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक गहलोत को गृहमंत्री पद छोड़ देना चाहिए। वह जिस तरह से मामले में लीपापोती कर रहे हैं, उससे जाहिर है कि वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं। मेघवाल ने कहा कि दलित वोट नहीं खिसकें, इसलिए मामला दबा दिया गया लेकिन दलित समाज कांग्रेस की असलियत जान चुका है।
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