बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली ने कांग्रेस (
Congress ) पर घडिय़ाली आंसू बहाने का आरोप लगाया है। अलवर गैंगरेप के बाद बसपा की कांग्रेस से तल्खी बढ़ती दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (
PM Narendra Modi ) इस मसले पर बसपा को राजस्थान में कांग्रेस से समर्थन वापसी की सलाह दे चुके हैं। इस बीच बसपा के राष्ट्रीय महासचिव अली ने ‘पत्रिका’ को बताया कि राजस्थान में इतना सबकुछ कांग्रेस पार्टी की सरकार में हो रहा है। कांग्रेस के नेताओं ने मामले को दबवाया और अब कांग्रेस नेता सरकार के दम पर घडिय़ाली आंसू बहाकर सिर्फ नाटकबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बसपा पीडि़त पक्ष की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ेगी। जब तक पीडि़त परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होंगे। समर्थन वापसी का फैसला बसपा प्रमुख मायावती को करना है। अलवर गैंगरेप की पल-पल का फीडबैक मायावती को दिया गया है। भाजपा के साथ जाने या उनके सम्पर्क में बसपा विधायकों के होने के सवाल पर अली ने कहा कि भाजपा (
BJP ) के नेता झूठ बोलते हैं और अफवाह फैलाते हैं। हमारा भाजपा के साथ जाने को न तो कोई संभावना है और न ही कोई ऐसा इरादा है।
सरकार का रुख सकारात्मक-अवाना
नदबई से बसपा विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना ( Jogendra Singh Awana ) ने कहा कि अलवर गैंगरेप मामले में राज्य सरकार का रुख सकारात्मक रहा। मायावती के निर्देश पर चार दिन पहले पीडि़त पक्ष से मिले थे। पीडि़त परिवार को हमने आश्वस्त किया था कि हम उसके साथ है। भाजपा सिर्फ हवाबाजी कर रही है। हमसे किसी ने सम्पर्क नहीं किया। फिर भी कोई सम्पर्क करना चाहता है तो मायावती से करना चाहिए।
फांसी की सजा मिले-मेघवाल
बसपा प्रदेश अध्यक्ष सीताराम मेघवाल ने कहा कि गैंगरेप के आरोपी तो गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन पीडि़त परिवार का पुनर्वास होना चाहिए। उन्हें तत्काल मुआवजा देने की पहल सरकार को करनी चाहिए। इसके अलावा आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाने के लिए सरकार को अदालत में ठीक तरह से पैरवी करनी चाहिए। बसपा नेता पीडि़त परिवार से मिलकर आए थे, जिसकी रिपोर्ट मायावती को दे दी गई है। मेघवाल ने भी कहा कि बसपा का प्रदेश में भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता।