नई पीढ़ी के लिए रिस्टोरेशन का क्रेज बढ़ाने में सहायक होगी बुक –
हिमांशु बताते हैं कि क्लासिक कारों के रिस्टोरेशन आर्ट को नई पीढ़ी तक बढ़ाने के लिए हमने यह बुक प्रोजेक्ट शुरू किया। इससे नई पीढ़ी के लिए कारों के रिस्टोरेशन को लेकर क्रेज बढ़ेगा। बुक से उन्हें प्लानिंग, बॉडी पैनल, मैकेनिकल, अपहोल्स्ट्री और पेंट फिनिश सब्जेक्ट पर सटीक जानकारी मिलेगी। इससे युवाओं में रिस्टोरेशन प्रोसीजर को गहनता से समझने में मदद मिलेगी। इस बुक में हिमांशु जांगिड़ द्वारा पूर्व में की गई कारों की रिस्टोरेशन की कहानियां भी होंगी।
एम्बेसडर कार :-
एंबेसडर ने 50 के दशक में पहली बार लॉन्च किए जाने के समय से ही हर भारतीय के दिल पर राज किया है। यह अपने दिनों में कई भारतीय परिवारों के लिए पहली कार थी। 56 वर्षों से यह कार आज भी भारत में चल रही है।
हिमांशु बताते हैं कि क्लासिक कारों के रिस्टोरेशन आर्ट को नई पीढ़ी तक बढ़ाने के लिए हमने यह बुक प्रोजेक्ट शुरू किया। इससे नई पीढ़ी के लिए कारों के रिस्टोरेशन को लेकर क्रेज बढ़ेगा। बुक से उन्हें प्लानिंग, बॉडी पैनल, मैकेनिकल, अपहोल्स्ट्री और पेंट फिनिश सब्जेक्ट पर सटीक जानकारी मिलेगी। इससे युवाओं में रिस्टोरेशन प्रोसीजर को गहनता से समझने में मदद मिलेगी। इस बुक में हिमांशु जांगिड़ द्वारा पूर्व में की गई कारों की रिस्टोरेशन की कहानियां भी होंगी।
एम्बेसडर कार :-
एंबेसडर ने 50 के दशक में पहली बार लॉन्च किए जाने के समय से ही हर भारतीय के दिल पर राज किया है। यह अपने दिनों में कई भारतीय परिवारों के लिए पहली कार थी। 56 वर्षों से यह कार आज भी भारत में चल रही है।
कैडिलैक
बेहतरीन इंटीरियर और रॉयल लुक के लिए वेस्टर्न देशों में मशहूर कैडिलिक एक ऐसी कार थी जो रोड पर चलते हुए हर किसी का ध्यान खींचती थी। कैडिलैक 1954 फ्लीटवुड 60 स्पेशल अमेरिका में लग्जरी का प्रतीक बन गई और उन दिनों हॉलीवुड सितारों के बीच लोकप्रिय थी।
बेहतरीन इंटीरियर और रॉयल लुक के लिए वेस्टर्न देशों में मशहूर कैडिलिक एक ऐसी कार थी जो रोड पर चलते हुए हर किसी का ध्यान खींचती थी। कैडिलैक 1954 फ्लीटवुड 60 स्पेशल अमेरिका में लग्जरी का प्रतीक बन गई और उन दिनों हॉलीवुड सितारों के बीच लोकप्रिय थी।
वर्जन :-
यह किताब उन सभी कार लवर्स के लिए एक गाइड का काम करेगी जो अपनी कारों को अपने गैरेज में दोबारा खड़ा करना चाहते हैं या रिस्टोरेशन की प्रक्रिया को समझना चाहते हैं। यह अगली पीढ़ी के लिए मेरे ज्ञान को साझा करने का एक प्रयास है कि वे भारतीय ऑटोमोबाइल की विरासत को कैसे संरक्षित कर सकते हैं। किताब में हमारे द्वारा पूर्व में रिस्टोरेशन की गई कारों और देश के समकालीन कलाकारों द्वारा ऑटोमोबाइल कला को भी शामिल किया जाएगा।
हिमांशु जांगिड़, कार्टिस्ट फाउंडर।