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सोशल मीडिया पर भी उपचुनावों की जंग… भाजपा-कांग्रेस ने उतारे योद्धा

सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का रण जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। धरातल पर प्रचार का जिम्मा जहां कार्यकर्ताओं के पास है तो वहीं, सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी चुनावी जंग के लिए दोनों ही दलों ने अपने-अपने सोशल मीडिया के योद्धाओं को उतार दिया है। दोनों ही दल एक-दूसरे की सरकारों की कमियों के वीडियो, कंटेंट आदि मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं।

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जयपुर

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GAURAV JAIN

Nov 06, 2024

जयपुर. सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का रण जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। धरातल पर प्रचार का जिम्मा जहां कार्यकर्ताओं के पास है तो वहीं, सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी चुनावी जंग के लिए दोनों ही दलों ने अपने-अपने सोशल मीडिया के योद्धाओं को उतार दिया है। दोनों ही दल एक-दूसरे की सरकारों की कमियों के वीडियो, कंटेंट आदि मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं।

कांग्रेसः पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद करने पर ज्यादा फोकस

कांग्रेस ने सभी सातों सीटों पर सोशल मीडिया विशेषज्ञों की टीमें तैनात कर रखी है। प्रत्येक टीम में 8 से 10 लोग काम रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर वीडियो संदेश, ग्राफिक्स कंटेंट बनाकर पोस्ट किए जा रहे हैं। इनमें प्रत्याशियों के लाइव वीडियो और भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश नेताओं के विवादित बयानों को भी रील बनाकर पोस्ट किया जा रहा है।सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख सुमित भगासरा मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

स्थानीय मुद्दों पर फोकस ज्यादा

उपचुनावों में स्थानीय मुद्दों से जुड़ी पोस्ट सोशल मीडिया में ज्यादा वायरल कराई जा रही है। खासतौर पर पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद किए जाने और भाजपा सरकार की वादाखिलाफी जनता के बीच पहुंचाई जा रही है।

कांग्रेस की सोशल मीडिया टीमों ने सातों सीटों पर स्थानीय मतदाताओं के भी तीन श्रेणी में वाट्सऐप ग्रुप बनाए हैं। जिनमें युवा, महिला और 50 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक हैं।

भाजपा : विपक्षी नेताओं के विवादित बयानों के वीडियो कर रहे वायरल

भाजपा सोशल मीडिया विभाग आक्रामक तरीके से प्रचार में जुट गया है। हर सीट पर संभाग संयोजक व सह संयोजक के निर्देशन में सोशल मीडिया एक्सपर्ट कार्यकर्ताओं की टीम काम कर रही है। इनके अलावा करीब 5 हजार वॉलियंटर्स को सक्रिय कर दिया है, जो सोशल मीडिया पर आने वाले कंटेंट को फॉरवर्ड कर रहे हैं। इनके जरिए युवाओं के साथ महिला, बुजुर्ग मतदाताओं तक कंटेंट पहुंचाया जा रहा है। मुख्य रूप से डबल इंजन सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, लाभार्थियों से संवाद, प्रचार अभियान का लाइव कवरेज पर फोकस है। साथ ही कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के उन कंटेंट को वायरल करने कर रहे हैं, जिनमें उनके विवादित बयान हैं। सोशल मीडिया टीम अब हर बूथ पर नजर आएगी।

विवादित बयानों के वीडियो कट कर रहे

लाइव कवरेज के साथ कार्टून, ग्राफिक्स, रील्स, इन्फोग्राफिक, मीम्स के जरिए भी प्रचार किया जा रहा है। एक्स, यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सऐप पांचों सोशल मीडिया प्लेटफार्म के लिए अलग-अलग प्रभारी बनाए गए हैं। पार्टी नेता उन सभी सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर से मिल रहे हैं जो ट्वीटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ज्यादा प्रभाव रखते हैं। इनके फॉलोअर्स लाखों में है। सोशल मीडिया पेज की रीच बढ़ाने और उस पर पड़ने वाले कंटेंट को ज्यादा उपयोगी बनाने के लिए नए कलेवर में पेश किया जा रहा है।