थानाप्रभारी चैनाराम ने बताया कि सुबह करीब सवा 11 बजे एक युवती की लाश ताल-कटोरे के पानी में तैरते मिलने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम से मिली थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया। सिविल डिफेंस की टीम के सदस्य ललित जायसवाल एवं प्रकाश गुप्ता दोनों मौके पर पहुंचे और उन्होंने ताल कटोरे में पड़ी नाव की मदद से युवती का शव बाहर निकाला।
कीडे खा गए चेहरा नहीं हो सकी शिनाख्त प्रथमदृष्टा पुलिस का मानना है कि युवती की लाश करीब तीन दिन पुरानी हो सकती है। उसका शरीर फूला हुआ है तथा चेहरे को मछलियों और पानी के कीडों ने खा लिया। जिससे उसकी पहचान नहीं हो सकी। मृतका ने हल्के भूरे रंग के सलवार-सूट पहन रखा है तथा उसकी लम्बाई तकरीबन चार फिट आठ इंच है। हुलिए से बिहार—बंगाल की लग रही है वहीं उसके पास से एक चाबियों का गुच्छा भी मिला है।
पर्यटन विभाग और स्मार्ट प्रोजेक्ट ने बिगाड़ा स्वरूप ताल-कटोरा एवं कदम्ब कुण्ड विकास समिति के अध्यक्ष मनीष सोनी ने बताया कि यहां पर जून 2017 तक आठ घन्टे की तीन अलग—अलग शिफ्टों में गार्ड की व्यवस्था थी। जो अब बंद कर दी है। लेकिन पर्यटन विभाग और स्मार्ट प्रोजेक्ट के तहत जो काम शुरू किया गया था उसमें यहां लगे गेट तोड़ दिए। ऐसे में कोई भी अंदर आजा सकता है। लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है।
नहीं हैं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम स्थानीय लोगों की मानें तो यहां पर सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं होने के कारण आगे भी इस प्रकार के हादसे होने का अंदेशा बना हुआ है। ईद का त्यौहार भी नजदीक है। जिससे यहां पर बड़ी संख्या में लोगों का आना होता है। ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होना हादसों को न्यौता दे सकता है।