यह है पूरा मामला
दरअसल उत्तर प्रदेश के Banaras City बनारस शहर में रहने वाली वैष्णवी की शादी राजस्थान के बीकारे मे रहने वाली रवि से तय हुई। ये भी तय हुआ कि बारात बनारस जाएगी। चूंकि वैष्णवी के पिता नहीं थे तो ये तय किया गया कि शादी कम मेहमानों के साथ बनारस में होगी। रवि और उनके परिवार के लोग शादी करने के लिए पहुंच गए। शादी के बाद दूल्हा और दुल्हन कार से बीकानेर के लिए रवाना हो गए। लेकिन कानपुर के सिरसौल तक पहुंचने के दौरान करीब चार सौ किलोमीटर आने के बाद वैष्णवी रोने लगी। रवि ने उसे संभाला। कार को एक रेस्टोरेंट पर रोका गया। वहां पर पुलिस की जीप खड़ी थी। कार रुकते ही वैष्णवी कार से उतरी और रोते हुए पुलिस के पास जा पहुंची , बोली मुझे Groom दूल्हे के साथ नहीं जाना वापस मां के पास घर जाना है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के Banaras City बनारस शहर में रहने वाली वैष्णवी की शादी राजस्थान के बीकारे मे रहने वाली रवि से तय हुई। ये भी तय हुआ कि बारात बनारस जाएगी। चूंकि वैष्णवी के पिता नहीं थे तो ये तय किया गया कि शादी कम मेहमानों के साथ बनारस में होगी। रवि और उनके परिवार के लोग शादी करने के लिए पहुंच गए। शादी के बाद दूल्हा और दुल्हन कार से बीकानेर के लिए रवाना हो गए। लेकिन कानपुर के सिरसौल तक पहुंचने के दौरान करीब चार सौ किलोमीटर आने के बाद वैष्णवी रोने लगी। रवि ने उसे संभाला। कार को एक रेस्टोरेंट पर रोका गया। वहां पर पुलिस की जीप खड़ी थी। कार रुकते ही वैष्णवी कार से उतरी और रोते हुए पुलिस के पास जा पहुंची , बोली मुझे Groom दूल्हे के साथ नहीं जाना वापस मां के पास घर जाना है।
दूल्हा रवि और उसके साथ परिवार के अन्य लोगों के छक्के छूट गए। मामला बिगड़ता देख कानपुर पुलिस सभी को थाने ले गई। वहां जाकर पता चला कि Bride दुल्हन को ये बताया गया था कि दूल्हा इलाहबाद का रहने वाला है। उसके शादी के बाद पता चला कि दूल्हा राजस्थान का रहने वाला है। करीब ग्यारह सौ किलोमीटर दूर शादी तय हुई है। पुलिस ने वैष्णवी की मां को फोन किया तो पता चला कि किसी रिश्तेदार ने शादी तय की थी और यही बताया था कि इलाहबाद में शादी होगी। बाद में वैष्णवी को उसकी माता जी के यहां भेज दिया गया। दूल्हा और उसके परिवार बीकानेर बैंरग लौटकर आया। अब दो स्टेट के बीच में शादी फंसी हुई है। शादी भी हो गई है और शादी अटक भी गई है।