सरकारी सब्सिडी से ध्यान हटे तो बनें अच्छी फिल्में
फिल्म लाठी के लेखक चरणसिंह पथिक ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों को छोड़कर देश के अनेक राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं में अच्छी फिल्में बन रही है। उन्होंने कहा कि शायद इसकी एक बड़ी वजह राजस्थानी फिल्मों के फिल्मकारों का मकसद या रूझान सिर्फ सरकारी सब्सिडी तरफ ज्यादा होना है। इसलिए न तो अच्छी कहानी या स्क्रिप्ट पर मेहनत करते हैं और न ही मोटे बजट की रुख करते हैं। शायद राजस्थानी फिल्मों के पिछड़ेपन की यही वजह है। चरण सिंह ने कहा कि वे पूर्वी राजस्थान के ग्रामीण-कस्बाई अंचल में ही रहे। उसी अंचल और इलाके को अपनी कहानियों में चित्रित करते गए।
एक पारिवारिक मार्मिक कहानी
कहानीकार चरणसिंह पथिक ने बताया कि शॉर्ट फिल्म लाठी एक पारिवारिक कहानी है, जिसका ताना-बाना ख्वाबों के इर्द-गिर्द बुना गया है। इसे नेशनल अवॉर्ड विनर गजेन्द्र एस.क्षोत्रिय ने डायरेक्ट किया है। इसमें मुख्य भूमिका में जयपुर रंगमंच के मंजे कलाकार रमनमोहन कृष्णात्रेय ने निभाई है। वहीं उनकी पत्नी का रोल जयपुर रंगमंच की ही कलाकार अनिता प्रधान ने प्ले किया है। इसके अलावा बॉलीवुड फिल्मों में काम करे सिद्धार्थ कुमावत व विशा पाराशर भी खास भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म की अधिकतर शूटिंग जयपुर के बनीपार्क इलाके में हुई है। इस फिल्म में दर्शाया गया है कि कैसे एक परिवार के सदस्य अपने-अपने सपनों को पंख लगाने की जुगत करते हैं।
फिल्म लाठी के लेखक चरणसिंह पथिक ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों को छोड़कर देश के अनेक राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं में अच्छी फिल्में बन रही है। उन्होंने कहा कि शायद इसकी एक बड़ी वजह राजस्थानी फिल्मों के फिल्मकारों का मकसद या रूझान सिर्फ सरकारी सब्सिडी तरफ ज्यादा होना है। इसलिए न तो अच्छी कहानी या स्क्रिप्ट पर मेहनत करते हैं और न ही मोटे बजट की रुख करते हैं। शायद राजस्थानी फिल्मों के पिछड़ेपन की यही वजह है। चरण सिंह ने कहा कि वे पूर्वी राजस्थान के ग्रामीण-कस्बाई अंचल में ही रहे। उसी अंचल और इलाके को अपनी कहानियों में चित्रित करते गए।
एक पारिवारिक मार्मिक कहानी
कहानीकार चरणसिंह पथिक ने बताया कि शॉर्ट फिल्म लाठी एक पारिवारिक कहानी है, जिसका ताना-बाना ख्वाबों के इर्द-गिर्द बुना गया है। इसे नेशनल अवॉर्ड विनर गजेन्द्र एस.क्षोत्रिय ने डायरेक्ट किया है। इसमें मुख्य भूमिका में जयपुर रंगमंच के मंजे कलाकार रमनमोहन कृष्णात्रेय ने निभाई है। वहीं उनकी पत्नी का रोल जयपुर रंगमंच की ही कलाकार अनिता प्रधान ने प्ले किया है। इसके अलावा बॉलीवुड फिल्मों में काम करे सिद्धार्थ कुमावत व विशा पाराशर भी खास भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म की अधिकतर शूटिंग जयपुर के बनीपार्क इलाके में हुई है। इस फिल्म में दर्शाया गया है कि कैसे एक परिवार के सदस्य अपने-अपने सपनों को पंख लगाने की जुगत करते हैं।