आज सवेरे दोनो को जब अरेस्ट किया गया तो पुलिस वालों के ये देखकर होश उड़ गये कि दोनो ने घर में ही मिनी आरटीओ खोल रखा है। कई जिलों आरटीओ अधिकारियों की सील मिलने के साथ ही, इंजन नंबर बदलने वाली मशीन भी मिली है। साथ ही एमपी और राजस्थान से चुराये गये वाहन भी मिले हैं।
पिता और पुत्र वाहन चोरों से औने-पौने दामों में चोरी के कॉमिर्शियल व्हीकल खरीदते थे और बाद में उनको नये दस्तावेजों के साथ बेच देते थे। पुलिस ने बताया कि पिता और पुत्र के पास से भीलवाड़ा, झुझुनुं, कोटा समेत कई जिलों के आरटीओ अफसरों की सीलें और स्टाम्प मिले हैं। साथ ही पाई पेपर और वाहन रजिस्ट्रेशन बदलने, नया बनवाने जैसे परिवहन विभाग के दस्तावेज भी मिले हैं।
चेचिस नंबर बदलने की मशीन एेसी है जो पुलिस ने भी पहली बार ही देखी है। बाप-बेटे ने पिछले कुछ दिनों एमपी के चोरों के संपर्क में थे। एमपी से चुराये गये पांच टै्रक्टर भी मिले हैं। साथ ही तीन अन्य वाहन भी पुलिस ने बरामद किये हैं।