पुलिस के अनुसार बीकानेर जिला पुलिस की ओर से भेजी गई जीरो नम्बर एफआईआर पर संबंधित थाना पुलिस ने छात्रा के अपहरण, मारपीट, धमकाकर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया है। पीडि़ता ने रिपोर्ट में बताया कि 25 अक्टूबर को आमिन नामक युवक अपने रिश्तेदार फरदीन के साथ कार में आया। आरोपी ने उसके भाई-बहन को मारने की धमकी देते हुए उसे कार में बैठने की धमकी दी। कार में बैठने पर आरोपी उसे जयपुर रोड की तरफ ले गए। रास्ते में आरोपियों ने उसको नशीला पदार्थ पिलाया। उसको जब होश आया तो वह जयपुर में थी। आरोपी उसे एक रिश्तेदार फैजान के घर ले गए। यहां आरोपियों ने पहले उसके साथ मारपीट की। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया। प्रकरण में अनुसंधान सहायक पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा कर रहे हैं।
पहले जयपुर-फिर टौंक में गैंगरेप पीडि़ता ने बताया कि आरोपी आमिन उसको जयपुर से टौंक निवासी रिश्तेदार रमजानी के घर पर टौंक ले गया। यहां उसको कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। उसके साथ यहां भी गैंगरेप किया गया। हालांकि अपहरण के 4-5 दिन बाद में उसको तलाशते हुए अजमेर पुलिस टौंक आ गई।
डर से साधी ली चुप्पी पीडि़ता ने वारदात के बाद पुलिस की ओर से दस्तयाब किए जाने के समय चुप्पी साधने के कारण बताए हैं। उसने बताया कि आरोपियों के डर के चलते उसने पुलिस को बयान नहीं दिए लेकिन अब जो वह कह रही है वह सही है। आरोपियों ने उसको डरा धमका कर सामूहिक बलात्कार किया। आरोपी उसे एक धार्मिक स्थल पर भी ले गए। जहां उसको गंदा तरल पदार्थ पिलाया गया।
परिवार को जान से मारने की धमकी पीडि़ता के मुताबिक आरोपियों को अजमेर पुलिस के टौंक आने का पहले से पता चल गया था। आरोपी उस पर पहले ही उनके कहे अनुसार बयान देने का दबाव बना चुके थे। आरोपियों ने आमिन के खिलाफ बयान देने पर परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी।
रिश्तेदार के साथ गई पीडि़ता मामले की जांच कर रही पुलिस के मुताबिक परिजन के सुपुर्द किए जाने के बाद पीडि़ता रिश्तेदार के साथ बीकानेर चली गई। वहां जाकर उसने मामले की शिकायत संबंधित थाने में की। जिस पर भेजी गई जीरो नम्बरी एफआईआर पर मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू किया है। पुलिस प्रकरण में आरोपियों की ओर से धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास व अन्य तथ्यों की भी जांच में जुटी है।