किसानों ने मांगा क्लेम तो दिखा दिया अंगूठा बीमा के मुताबिक किसानों ने क्लेम मांगा लेकिन कम्पनी ने नियम-कानून का बहाना कर क्लेम अटका दिए। सालभर में एक भी क्लेम पास नहीं किया। सर्वाधिक दावे नागौर जिले से आए। वहां 21 किसानों ने 2.10 करोड़ का दावा किया। अलवर से 16, बाड़मेर से 18, बूंदी से 19, झालावाड़ से 14 तथा पाली से 16 दावे आए। कुल 216 किसान परिवारों ने 21 करोड़ के दावे किए लेकिन एक साल में कम्पनी ने किसी भी दावे का निस्तारण नहीं किया। कुछ जिलों में बैंकों ने भी लापरवाही बरती। बांसवाड़ा, भरतपुर, धौलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, जालौर, सवाईमाधोपुर व करौली जिलों के सीसीबी ने किसानों के क्लेम कम्पनी तक पहुंचाए ही नहीं।
(इनमें पांच जिले शामिल नहीं है) – बीमित किसानों की संख्या : 1529621
– किसानों से ली गई प्रीमियम राशि : 2868.43 लाख – एक साल के दौरान बीमा कम्पनी को भेजे गए दावे : 216
– एक साल के दौरान भेजे गए दावों की राशि : 2155 लाख
हां, अभी तक किसी भी किसान का क्लेम पास नहीं हुआ। किसान दुर्घटना बीमा के बारे में ( Farmer Accident insurance Scheme ) वस्तुस्थिति पता लगाई जाएगी।
– नीरज के. पवन, रजिस्ट्रार, सहकारी समितिया