लगा रखी थीं ट्रेलर के आगे दो गाडिय़ां पत्रिका टीम ने को जगतपुरा स्थित रामनगरिया में ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी के पास बजरी से भरे शाहपुरा नंबर के तीन ट्रेलर दिखे। उन पर त्रिपाल लगाया हुआ था, ताकि किसी को शक न हो। कुछ मीटर दूरी पर दो कारों में दलाल बजरी के लिए लोगों से मोल-भाव कर रहे थे। जैसे ही सौदा तय हुआ दलाल ने एडवांस पैसे लेकर ट्रेलर को इंदिरा गांधी नगर में भेज दिया।
पहले 600 रुपए टन थे भाव, अब पहुंचे 1250 रुपए तक एक ट्रेलर में आती है 70 टन बजरी
75000 रुपए तक कीमत
रोजाना आ रहे हैं 20 से 25 ट्रेलर
जगतपुरा, गोनेर, रामनगरिया में दिखते हैं ट्रेलर
वसूल रहे हैं दुगुने रोक से पहले बजरी 600 रुपए प्रति टन थी जो अब 1100 से लेकर 1250 रुपए प्रति टन के दोगुने भाव से बेची जा रही है। अवैध बजरी खनन और प्रतिबंध पर लगाम लगाने की खान विभाग की तमाम कोशिशें फेल हो रही हैं।
यहां से आती बजरी उदयपुर जिले में खरका नदी और भीलवाड़ा की बनास नदी से अवैध रूप से बजरी लाकर सप्लाई की जा रही है। इससे पहले कपासन से भी बजरी लाई जा रही थी।