डॉ. लॉरी दे रहीं लाखों लोगों को खुशी का मंत्र एक इंटरव्यू में लॉरी ने कहा कि कोरोना महामारी में लोगों को मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों को ऑनलाइन क्लास में रुचि बढ़ रही है। हमारे पास क्लास लेने वाले लाखों लोग हैं। इस माध्यम से हम दुनियाभर के लाखों लोगों तक मानसिक स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। [typography_font:14pt;” >कोरोना महामारी ने हर किसी मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाला है। दुनियाभर में इस वायरस के कारण अकेलापन, तनाव, अवसाद जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। लेकिन एक प्रयोगशाला ऐसी भी है जहां खुश रहने का पाठ पढ़ाया जाता है। यह है अमरीका की येल यूनिवर्सिटी प्रोफसर डॉ. लॉरी सैंटोस की हैप्पीनेस लेब। यहां डॉ. लॉरी वैज्ञानिक रणनीति से लाखों लोगों को खुश रहने के लिए जीवन के बारे में बेहतर महसूस करने का तरीका सिखा रही हैं। लॉरी ने वर्ष 2019 में एक पॉडकास्ट ‘द हैप्पीनेस लेब’ लॉन्च किया था। इस पॉडकास्ट के एपिसोड को अब तक 40 मिलियन से भी ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं। असल में सैंटोस ने वर्ष 2016 में येल यूनिवर्सिटी की सिलीमन कॉलेज की प्रमुख बनने के बाद देखा कि स्टूडेंट्स में तनाव और अवसाद समस्याएं बढ़ रही हैं। यह देखकर उन्होंने अपना साइकोलॉजी और गुड लाइफ कोर्स शुरू किया। आज यह कोर्स लोकप्रिय हो चुका है।तीन बातों पर ध्यान देकर बढ़ा सकते हैं जीवन में खुशियां– हम कैसा महसूस कर रहे हैं इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए हमें अधिक से अधिक वह काम करना चाहिए जो मन को अच्छा लगे। – दुनिया में दो तरह की चीजें हैं, एक जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं और दूसरी जिन्हें नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। आप अपने अनुसार लोगों को नहीं बदल सकते हैं। इसलिए वह काम करें जो आपके मन को खुशी देते हो। इस तरह जब आपका ध्यान उन चीजों पर होगा जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं तो नकारात्मक विचार कभी हावी नहीं होंगे।– खुशी का पीछा नहीं किया जाता, बल्कि उस पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि वास्तव में खुशी कैसे मिलेगी जैसे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, अच्छी नींद लें, लोगों से मेलजोल बढ़ाएं। जब आप ऐसा करेंगे तो आपको वास्तविक खुशी महसूस होगी।