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भूमि पुत्रों से फिर धोखा, चने की बंपर फसल बिक रही कौडि़यों के मोल

locationजयपुरPublished: Mar 23, 2018 12:10:03 pm

Submitted by:

Priyanka Yadav

1.5 हैक्टेयर की उपज ही खरीदेगी सरकार, बड़े किसानों के लिए अधिकतम सीमा 25 क्विंटल

rajasthan farmers
जयपुर . केन्द्र और राज्य सरकार का किसानों को उनकी उपज का स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार उचित मूल्य उपलब्ध कराने का वादा खोखला साबित हो रहा है। मूंग खरीद के बाद इसी माह शुरू हुई चने की खरीद में सरकार ने एेसे मापदंड तय कर दिए, जिससे अधिकतम 1.5 हैक्टेयर की उपज ही खरीद की जा रही है। ऐसे में सस्ते दामों पर बाजार में उपज बेचने के अलावा किसान के पास कोई चारा नहीं है। बड़े किसानों के लिए जहां सरकार ने 25 क्विंटल की सीमा तय कर दी वहीं छोटे किसानों के लिए भी शिकंजा कस दिया। उनकी फसल गिरदावरी के मुताबिक खरीदी जा रही है। प्रति हैक्टेयर 1700 किलो ग्राम उपज बताई गई है। इसी मापदंड से अधिक उपज नहीं खरीदी जा रही है।
खरीद शुरू होते ही संकट शुरू

कोटा में 14 मार्च से खरीद शुरू हुई तो अधिकतम खरीद 25 क्विंटल तय कर दी गई। एेसे में किसान अपनी उपज को बाजार में कम दाम में बेचने को मजबूर हैं। सरकार ने दावा किया है कि यह सीमा एक बार के लिए तय की गई है। पंजीयन किए सभी किसानों की फसल खरीदने के बाद दूसरा राउंड आने पर किसान दुबारा पंजीयन करा सकता है। लेकिन कुछ दिन पहले हुई मूंग खरीद में भी ऐसा ही हुआ था। वहां एक बार फसल बेचने के बाद किसान दूसरे राउंड का इंतजार कर रहे थे कि पहला राउंड पूरा होने से पहले ही खरीद बंद कर दी थी।
समर्थन मूल्य

समर्थन मूल्य सरसों के लिए 4000 तथा चना 4400 रुपए प्रति सौ किलो घोषित किया है। इसके विपरीत बाजार में चना 34 सौ से 35 सौ तथा सरसों 36 सौ रुपए के हिसाब से बिक रही है।
राजफैड प्रबंधक वीना प्रधान ने कहा खरीद के लिए 25 क्विंटल की सीमा तय है। इसे बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार को लिखा गया है।

मौसम का साथ तो सरकार दे रही धोखा
खरीद के लिए सबसे पहले कोटा क्षेत्र में कांटे लगाए गए हैं। राजफैड के माध्यम से यह खरीद की जा रही है। इस वर्ष कोटा सम्भाग में मौसम ने किसानों को साथ दिया है। अन्य वर्ष के मुकाबले यहां चने की उपज अच्छी रही है। कृषि विभाग के अनुसार यहां 1 लाख 48 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में चने की फसल बोयी गई थी। प्रथम अनुमान के मुताबिक इस क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार 161 मैट्रिक टन उत्पादन हुआ है।
2 अप्रेल से पूरे राज्य में होगी खरीद प्रदेश के अन्य क्षेत्र में 2 अप्रेल से खरीद शुरू होगी। खरीद के लिए सरसों के 178 एवं चने के 127 केन्द्र खोले गए हैं।

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