नगर निगम में महापौर अशोक लाहोटी ने नवंबर 2016 में कार्यभार संभाला था। इसके बाद समितियां और ईसी यानि कार्यकारिणी समिति नहीं होने की वजह से बैठक नहीं हो सकी थी। बीते दिनों ही महापौर ने समितियां बनाई थी और आज ईसी की पहली बैठक बुलाई थी। नियमानुसार नेता प्रतिपक्ष भी ईसी के सदस्य होते हैं लेकिन वर्तमान में कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष का दर्जा किसी को नहीं दे रखा है। इसी वजह से पहली बोर्ड बैठक में ही जमकर हंगामा हो गया।
गुलाम नबी की मौत के बाद से रिक्त
नगर निगम में कांग्रेस की ओर से पार्षद गुलाम नबी को नेता प्रतिपक्ष बना रखा था और धर्मसिंह सिंधानिया को उपनेता बना रखा है। नबी की मौत बीते साल हो गई थी और इसके बाद उपचुनाव भी हो चुके हैं लेकिन कांग्रेस एक साल भी नेता प्रतिपक्ष के लिए नाम तय नहीं कर सकी है।
नगर निगम में कांग्रेस की ओर से पार्षद गुलाम नबी को नेता प्रतिपक्ष बना रखा था और धर्मसिंह सिंधानिया को उपनेता बना रखा है। नबी की मौत बीते साल हो गई थी और इसके बाद उपचुनाव भी हो चुके हैं लेकिन कांग्रेस एक साल भी नेता प्रतिपक्ष के लिए नाम तय नहीं कर सकी है।
उठाकर निकाला बाहर
महापौर के बोर्ड बैठक से बाहर जाने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने सिंघानिया को टांगा टौली करके बाहर निकला। सिंघानिया ने इस दौरान जमकर विरोध भी किया लेकिन उनको सुरक्षाकर्मी उठाकर बाहर ले आए और मुख्य गेट के बाद ले जाकर छोड़ा। गेट के बाहर कांग्रेसी नेता ने धरना दिया और नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति में उनको ईसी की बैठक में शामिल करने की मांग की। लेकिन महापौर ने नियमों का हवाला देते हुए बैठक में शामिल करने से साफ इनकार कर दिया।
महापौर के बोर्ड बैठक से बाहर जाने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने सिंघानिया को टांगा टौली करके बाहर निकला। सिंघानिया ने इस दौरान जमकर विरोध भी किया लेकिन उनको सुरक्षाकर्मी उठाकर बाहर ले आए और मुख्य गेट के बाद ले जाकर छोड़ा। गेट के बाहर कांग्रेसी नेता ने धरना दिया और नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति में उनको ईसी की बैठक में शामिल करने की मांग की। लेकिन महापौर ने नियमों का हवाला देते हुए बैठक में शामिल करने से साफ इनकार कर दिया।