नहीं खुल रही महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कड़ी
जयपुरPublished: Nov 07, 2019 05:28:12 pm
चल रहे आरोप—प्रत्यारोप के दौरनौ नवंबर तक करना है सरकार का गठन
नहीं खुल रही महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कड़ी
महाराष्ट्र में सरकार को लेकर खींचतान का दौर जारी है। एनसीपी और कांग्रेस के विपक्ष में बैठने के फैसले के बाद एक बार फिर सरकार बनाने की जिम्मेदारी भाजपा और शिवसेना पर आ गई है। दोनों पार्टियां अब भी अपनी—अपनी मांग पर अड़ी हुई है। दोनों ही दलों की ओर से अब तक नरमी का रुख सामने नहीं आने से महाराष्ट्र में सरकार बनाने की प्रक्रिया अधरझूल में नजर आ रही है।
भाजपा ने की राज्यपाल से मुलाकात
इस तमाम घटनाक्रम के बीच महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की अगुवाई में पार्टी के नेता आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले। हालांकि इस मुलाकात के दौरान बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। बस सरकार बनने में देरी के बारे में बताया गया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनता ने बीजेपी-शिवसेना को बहुमत दिया है। हमने राज्यपाल को सरकार बनने की देरी में बताया है, अब फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना होगा।
शिवसेना कर रही बहुमत होने का दावा
इधर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी आज अपने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो पहले तय हुआ था, हमें वह चाहिए। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से बीजेपी नेताओं की मुलाकात पर शिवसेना नेता संजय राउत ने तंज कसा है। संजय राउत ने कहा कि हमारा रुख नहीं बदला है। शिवसेना के हित में उद्धव ठाकरे फैसला लेंगे, सीएम तो शिवसेना का ही होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा किए बगैर खाली हाथ क्यों लौट आए। बहुमत सिर्फ बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन को नहीं मिला है, बल्कि गठबंधन की शर्तों को भी मिला है और गठबंधन ऐसे नहीं चलता है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमारे पास अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए बहुमत है और हमें यह दिखाने की जरूरत नहीं है। राउत ने कहा कि विधानसभा में हम बहुमत साबित करेंगे, हमारे पास विकल्प हैं और विकल्पों के बिना हम नहीं बोलते।