छिंदवाड़ा (जुन्नारदेव). शासकीय महाविद्यालय दो दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी आयोजित की गई। महाविद्यालय के सेमीनार हॉल में सरस्वती वंदना के बाद संगोष्ठी की शुरुआत की गई। ई-सोविनियर का विमोचन कर शिक्षा की गुणवत्ता पर शोध पत्रों के माध्यम से शिक्षा जगत में इन शोध पत्रों के माध्यम से शिक्षा क्रांति लाने की पहल की गई। संगोष्ठी में भारतीय शिक्षा नीतियों पर शिक्षाविदों ने अपनी-अपनी बाते रखीं। जिस पर भिलाई छत्तीसगढ़ से आए विषय विशेषज्ञ पीके श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में शिक्षा की विकास यात्रा बहुत धीमी गति से आगे बढ़ी है। भारत में आजादी के बाद से ही शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने की जगह अन्य क्षेत्रों में कार्य किए गए। जिसके परिणाम स्वरूप आज भारत में शिक्षा का स्तर निम्न है। भारत के छात्र विदेशों में शिक्षा प्राप्त कर उच्च पद प्राप्त कर रहे हैं। संगोष्ठी के दौरान कार्यक्रम का संचालन डॉ. पी. अजवानी तथा आभार प्रदर्शन संगोष्ठी सचिव प्रो. ए.एन.के. राव के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में भारिया विकास प्राधिकरण प्रदेश अध्यक्ष उर्मिला भारती, कार्यक्रम अध्यक्ष छिंदवाड़ा पीजी कॉलेज प्राचार्य यू.के.जैन, कार्यक्रम संरक्षक प्राचार्य डॉ. वाय.के. शर्मा, डॉ. संगीता वाशिंगटन, प्रो. ए.एन.के. राव, शरद कुरोलिया, डॉ. राजेन्द्र मिश्रा समेत अन्य उपस्थित रहे।