scriptमैं जिस प्रांत का राज्यपाल, वहां मर्जी से वोट देने वालों को किया जा रहा प्रताडित— राज्यपाल धनकड़ | the people who vote willingly are being harassed - Governor Dhankar | Patrika News

मैं जिस प्रांत का राज्यपाल, वहां मर्जी से वोट देने वालों को किया जा रहा प्रताडित— राज्यपाल धनकड़

locationजयपुरPublished: Sep 25, 2021 08:59:59 pm

Submitted by:

Bhavnesh Gupta

पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल पर बरसे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल धनकड़

मैं जिस प्रांत का राज्यपाल, वहां मर्जी से वोट देने वालों को किया जा रहा प्रताडित— राज्यपाल धनकड़

मैं जिस प्रांत का राज्यपाल, वहां मर्जी से वोट देने वालों को किया जा रहा प्रताडित— राज्यपाल धनकड़

जयपुर। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ राष्ट्रवाद के खिलाफ काम कर रहे कथित लोगों पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा है कि देश में राष्ट्रवाद के विपरीत काम करने वाले लोग राजनीति को दूसरी तरह से खेलने लग गए हैं। ऐसे लोग सुनियोजित षडयंत्र कर भारत की मूल भावना पर आक्रमण कर रहे हैं। इस षडयंत्र से अकेले सरकारी तंत्र नहीं लड़ सकता, इसलिए इससे हर व्यक्ति को लडऩा होगा। धनखड़ शनिवार को धानक्या में पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर ‘आजादी का अमृत महोत्सवÓ विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
पश्चिम बंगाल सरकार और प्रशासनिक तंत्र के खिलाफ भी जमकर बरसे।। उन्होंने कहा कि संकोच कर रहा हूं पर मेरे लिए कहना जरूरी है…मैं जिस प्रांत का राज्यपाल हूं वहां लोगों को इस बात के लिए प्रताडित किया जाता है कि उन्होंने अपनी मर्जी से वोट देने की हिमाकत कैसे कर दी? वहां प्रजातंत्र का गला घोंटा जा रहा है और मानव अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि मानव अधिकारों का हनन हो तो व्यक्ति न्यायालय और प्रशासन के पास जाता है। लेकिन दोनों ही जगह सुनवाई नहीं हो तो कहां जाए। धनकड़ ने कहा कि ऐसी स्थिति भी है जिससे खुद पीडि़त हूं। क्योंकि, राजनीतिक उपलब्धि के लिए सुनियोजित षडय़ंत्र किया जा रहा है। यह उपलब्धि भारत के संविधान की मूल भावना पर कुठाराघात है। पं. दीनदयाल ने जो सिदृधांत दिया है उसमें समाज को इस तरह दो वर्गों में नहीं बांटा जा सकता है।

मेरे लिए अकल्पनीय
मेरे सामने दो स्थितियां हैं। एक वे लोग जो चैन की नींद सो रहे हैं, बेपरवाह और अपराधी हैं लेकिन प्रशासन उन्हें कुछ नहीं कह रहा।दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो एक पल भी सो नहीं पाते हैं। यह स्थिति मेेरे लिए अकल्पनीय है।
मीडिया, सोशल मीडिया से
जिस प्रांत में मैं हूं वहां की मुख्यमंत्री सीबीआई की गिरफ्त से लोगों को छुड़ाने पहुंच जाती है। छह घंटे तक धरना देती है। सोशल मीडिया और अखबार व अन्य मीडिया में यह जानकारी प्रमुख रूप से नहीं आती है। ऐसी घटना विशेष प्रांत में हो जाती तो पूरे देशका मीडिया उसे शीर्ष पर ले जाता।
ज्यादा ताकत और संकल्प के साथ जा रहा हूं
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में समझ सकते होंगे कि मेरी मनोस्थिति, चुनौतियां, वहां का दर्द और समस्याएं क्या होगी। पं. दीनदयाल जन्म स्थली पर आना तीर्थ यात्रा की तरह है। यहां से अब ज्यादा ताकत और ज्यादा संकल्प के साथ जा रहा हूं।
कोविड में केन्द्र सरकार का काम
दुनिया की सबसे बड़ी महामारी में 90 करोड़ जनता को महीनों तक मुफ्त अनाज पहुंचाया। बैंकों के जरिए सीधे अकाउंट में पैसे पहुंचाए, यह बड़ी उपलब्धि है। कोविड के दौरान डिजिटल डवलपमेंट डवलपमेंट के अवसर देखने को मिला।

खिलाडिय़ों का सम्मान
कार्यक्रम में पेरा ओलम्पिक गोल्ड मेडललिस्ट अवनी लेखरा, देवेन्द्र झाझडिय़, कृष्णा नागर, सुन्दर गुर्जर का सम्मान किया गया। इससे पहले धनकड़ ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक (पेनोरमा) का अवलोकन किया और उपाध्याय के जन्म वाले क्वाटर देखा। कार्यक्रम के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, जयपुर जिला प्रमुख रमा चौपड़ा, स्मृति समारोह समिति के अध्यक्ष मोहनलाल छींपा, ओंकार सिंह लाखावत ने भी पं. दीनदयाल के सिदृधांतों का बखान किया।
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