कम्प्य़ूटर प्रयोगशालाओं के रखरखाव की जिममेदारी अब संस्था प्रधानों पर
जयपुर/बीकानेर. राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने स्कूलों में आइसीटी योजना के तहत प्रथम, द्वितीय व तृतीय चरण में स्थापित करीब साढ़े नौ हजार कम्प्यूटर लैब को सक्रिय रखने के निर्देश दिए हैं। अब मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक अपने अधीनस्थ संस्था प्रधानों के माध्यम से इन्हें सुचारू करवाएंगे। कम्प्यूटर प्रयोगशालाओं के रख रखाव का जिम्मा अब संस्था प्रधानों का होगा। शिक्षा विभाग का जिन कंपनियों के साथ अनुबन्ध था वो समाप्त हो चुका है अब इनके रखरखाव की जिम्मेदारी विभाग की हो गई है। स्कूल शिक्षा परिषद के अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक ने इन कम्प्य़ूटर प्रयोगशालाओं के उपकरणों में कोई खराबी आने पर संस्था प्रधानों को विद्यालय विकास कोष, छात्र विकास कोष, स्कूल मेंटिनेंस ग्रांट या स्कूल रिपेयर ग्रांट से दुरस्त कराने के निर्देश दिए हैं। खराबी दुरुस्त करेगी अनुबंध वाली कम्पनियां परिषद ने कहा है कि चौथे चरण में स्थापित 1172 और पांचवें चरण में स्थापित 2239 कम्प्यूटर प्रयोगशालाओं की खराबी को अनुबंधित कम्पनी द्वारा दुरुस्त किया जाएगा।