दिया जाएगा एक यूनिक नंबर उपभोक्ता को स्मार्ट कार्ड से जोडऩे के बाद एक यूनिक नंबर दिया जाएगा, जिसके बाद उपभोक्ता को गैस लेते समय स्मार्ट कार्ड को मशीन में स्वैप करना होगा। उसके बाद उपभोक्ता का कार्ड नंबर और गैस नंबर कम्पनी के मास्टर कम्प्यूटर में दर्ज हो जाएगा और कम्पनी प्रतिनिधियो को पता रहेगा कि अमुख उपभोक्ता को गैस मिल चुकी है। उपभोक्ता को यह स्मार्ट कार्ड 20 रुपए में उपलब्ध कराया जा रहा है।
हॉकर लाएगा मशीन को घर तक कार्ड को स्वैप करने के लिए हॉकर मशीन उपभोक्ता के घर तक लाएगा और गैस डिलीवरी के बाद उपभोक्ता अपने कार्ड को मशीन में स्वैप करेगा। उसके बाद ही मास्टर कम्प्यूटर में एंर्टी होगी कि उपभोक्ता को सिलेंडर दिया जा चुका है। उपभोक्ताओं को अभी केवल स्मार्ट कार्ड बांटे जा रहे हैं। गैस वितरण कम्पनी के हॉकरों का कहना है कि 15 से 20 दिन के भीतर स्वैप मशीन भी आ जाएंगी और अगली गैस डिलीवरी पर कार्ड को मशीन में स्वैप करवाया जाएगा। हम बता दें कि कार्ड में एक तरफ को एजी गैस कार्ड लिखा हुआ है और दूसरी उपभोक्ता गैस नंबर और कार्ड नंबर के लिए खाली जगह छोड़ी गई है। मशीन में उपभोक्ता का पता और कार्ड नंबर अंकित रहेंगे। अभी परची सिस्टम से गैस का वितरण होता है।