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नाजुक हुआ पति-पत्नी का रिश्ता, संभाल कर रखें
मनोचिकित्सक की माने तो पति-पत्नी का पवित्र रिश्ता होता है, मगर आज इसकी डोर नाजुक होती जा रही है। थोड़ी सी कहासुनी और यह किस मौत के अंजाम तक पहुंचने लगा है। पति-पत्नी को एक-दूसरे पर मजबूत विश्वास की जरूरत है। वे एक-दूसरे की बात पर गौर करें और उसका सम्मान करें। अगर बात ज्यादा आगे बढऩे लगे तो अपने जो खास हैं उनसे मदद ले सकते हैं या फिर किसी भी मनोचिकित्सक से सलाह ले सकते हैं। सीधे ही आखिरी रास्ता चुनने की जरूरत नहीं है।
नाजुक हुआ पति-पत्नी का रिश्ता, संभाल कर रखें
मनोचिकित्सक की माने तो पति-पत्नी का पवित्र रिश्ता होता है, मगर आज इसकी डोर नाजुक होती जा रही है। थोड़ी सी कहासुनी और यह किस मौत के अंजाम तक पहुंचने लगा है। पति-पत्नी को एक-दूसरे पर मजबूत विश्वास की जरूरत है। वे एक-दूसरे की बात पर गौर करें और उसका सम्मान करें। अगर बात ज्यादा आगे बढऩे लगे तो अपने जो खास हैं उनसे मदद ले सकते हैं या फिर किसी भी मनोचिकित्सक से सलाह ले सकते हैं। सीधे ही आखिरी रास्ता चुनने की जरूरत नहीं है।