राज्य में कई समाजों में लड़कियों को खींचकर ले जाने का सिस्टम ही विवाह- मंत्री अनिता भदेल
बाल विवाह पर सांझा अभियान बहुत अच्छे से काम कर रहा है
लेकिन आज भी लगते है मेले, जहां लड़कियों से जबरन होता है विवाह

तमाम सरकारी आंकड़ों और प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटियों को सहेजे जाने के दावे के बीच उन्हीं की महिला मंत्री का एक ऐसा बयान आया जिसने राजस्थान में बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए। बयान भी ऐसा कि प्रदेश के दूर दराज के इलाकों में बेटियों पर हो रहे अत्याचार की पोल खुद मंत्री महोदया ने ही अपने मुंह से खोल दी।
यह बोलीं मंत्री अनिता भदेल ...
एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि प्रदेश में बालविवाह को लेकर बहुत सारी कुरितियां हैं। बाल विवाह पर हमारा सांझा अभियान बहुत अच्छे से काम कर रहा है। जो आंकड़ा आया है वह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि वाला है, लेकिन प्रदेश में बहुत छोटे-छोटे समाज है जैसे रैबारी, गढरिया जिनकी अपनी अलग परंपराएं हैं। जिसमें विवाह नाम के कोई संस्कार नहीं होते, उनके लिए आज भी मेले आयोजित होते हैं। जहां लड़कियों को खींच कर ले जाते हैं। खींच कर ले जाने का सिस्टम ही विवाह हो जाता है। राजस्थान में अलग-अलग प्रकार की परंपराएं हैं। जो समाज में काफी अंदर तक स्थापित हैं।
मंत्री अनिता भदेल का यह बयान राजधानी जयपुर में बेटियों के संरक्षण को लेकर हुए राज्य स्तरीय संवाद के दौरान आया। संवाद में प्रदेश भर से आई महिला जन प्रतिनिधियों, किशोरी बालिकाओं ने शिरकत की। कार्यक्रम का आयोजन स्वयंसेवी संस्था द हंगर प्रोजेक्ट की ओर से शहर के निजी होटल में किया गया था।
बाल विवाह हो या बालिकाओं के साथ आम दिनचर्या में होने वाली घटनाएं वे कहीं भी सुरक्षित नहीं है। खुद बेटियों ने सूबे की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल के सामने सुरक्षा की गुहार लगाई। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने मंत्री के सामने समाज में हो रही अनदेखी से पार पाने की बात कही। महिला जनप्रतिनिधियों और किशोरी बालिकाओं के साथ हुए राज्य स्तरीय संवाद में मंत्री अनिता भदेल के साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, महिला बाल विकास के अधिकारी भी मौजूद रहे
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