पुलिस ने बताया कि 16 जून की रात को नाई की थड़ी इलाके में नाकाबंदी की गई थी। इस दौरान तड़के करीब साढ़े तीन बजे के आसपास एक कार आती दिखाई दी। उसे रोकने का प्रयास किया तो कार चालक ने कार को तेजी से दौड़ा दिया। उसका पीछा कर उसे रोका गया और उन्हें बाहर निकाला गया तो कार में बैठे लोगों ने अपना नाम अब्दुल, सूफियान सैंयद और इमरान बताया। तीना रामगंज इलाके के रहने वाले हैं। उनके पास से बारह बोर बंदूक और बारह बोर खाली कारतूस बरामद किए गए हैं।
कार की तलाशी ली गई तो कार में नीलगाय का शव रखा था, जिसका शिकार खोर के जंगलों की ओर किया गया था। इस नीलगाय का मांस बकरे का मांस बताकर बेचने का विचार था। जिससे करीब दस से पंद्रह हजार रूपए की कमाई होनी थी। लेकिन पुलिस ने नीलगाय के शव को डिस्पोजल करा दिया है। तीनों को शिकार और अन्य मामलों में अरेस्ट कर लिया गया है।