वर्ततान में तृतीय भाषा के बच्चों की संख्या के आधार पर 481 नए शिक्षकों के पद स्वीकृत किए गए हैं। वहीं, राजकीय उत्कृष्ट उच्च प्राथमिक स्कूलों में स्टाफिंग पैटर्न की समीक्षा की गई। इसके आधार पर यहां तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 1339 नए पद स्वीकृत किए गए हैं।
शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सिविल लाइंस स्थित आवास पर प्रेसवार्ता में इस आशय की घोषणा की। डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार ने तृतीय भाषा को कमजोर करने का काम किया था। भाजपा सरकार ने स्टाफिंग पैटर्न में कई विसंगतियां छोड़ दी थी। इससे स्कूलों में तृतीय भाषा के विद्यार्थियों को शिक्षक नहीं मिल पा रहे थे।
सरकार ने निर्णय लिया है कि राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में अल्पसंख्यक तृतीय भाषा उर्दू, सिंधी, पंजाबी, गुजराती में अध्ययन के इच्छुक विद्यार्थियों की संख्या 10 या इससे अधिक है और उस भाषा का पहले लेवल-2 का तृतीय श्रेणी शिक्षक का पद आवंटित नहीं है तो सर्वाधिक इच्छुक विद्यार्थियों वाली भाषा का एक अतिरिक्त पद आवंटित किया जाएगा। अगर विद्यार्थियों की संख्या समान है तो रेंडमली पद स्वीकृत किया जाएगा।
पदों की फिर से मेपिंग वर्तमान में बच्चों की इस संख्या के आधार स्कूलों को देखा जाए तो तृतीय भाषा के 481 नए पद स्वीकृत किए गए हैं। इनमें उर्दू के 430, सिंधी के 14 और पंजाबी के 37 पद शामिल हैं। इसके अलावा प्रत्येक उत्कृष्ट उच्च प्राथमिक स्कूल में पदों की फिर से मेपिंग की गई है। इसके आधार पर अब सभी उत्कृष्ट स्कूलों में तृतीय श्रेणी शिक्षक का एक अतिरिक्त पद आवंटित किया जाएगा। इन स्कूलों में 1339 नए पद स्वीकृत किए गए हैं।