आॅफलाइन नहीं हो सकेंगे शिक्षक कार्यमुक्त
शिक्षकों को आॅफलाइन कार्यमुक्त व कार्यग्रहण कराने वालों पर होगी कार्रवाई, शाला दर्शन पोर्टल से ही कराना होगा कार्यमुक्त व कार्यग्रहण

जयपुर। पिछले दिनों हुए तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले में अब कार्यमुक्त व कार्यग्रहण को लेकर नया पेच फंस गया है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक और राज्य सरकार के आदेशानुसार अब हरेक शिक्षक को स्थानान्तरण होने पर शाला दर्शन पोर्टल के माध्यम से ही कार्यमुक्त किया जाना है, नए स्थान पर कार्यग्रहण भी पोर्टल के माध्यम से ही होगा। प्रदेशभर में बहुत से स्थानों पर सरकार और निदेशक के आदेशों को विभाग के ही अधिकारियों ने हवा में उड़ा दिया।
कार्मिकों को आॅफलाइन कार्यमुक्त कर दिया और कई स्थानों पर कार्यग्रहण भी करा लिया जिस पर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्याम सिंह राजपुरोहित ने अत्यंत खेद जताया है और इसे अधिकारियों की लापरवाही बताया है।
ये है मामला
प्रारंभिक शिक्षा विभाग में पिछले दिनों तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले हुए। विभाग ने कार्मिकों को कार्यमुक्त और कार्यग्रहण कराने के संबंध में आदेश जारी किए जिसमें बताया कि स्थानान्तरित कार्मिकों को शाला दर्शन पोर्टल के माध्यम से ही कार्यग्रहण कराया जाए व कार्यमुक्त किया जाए। इसके बावतूद कई जिला शिक्षा अधिकारियों, बीईईओ और पीईईओ ने सरकार व विभाग के आदेशों को नहीं मानते हुए कार्मिकों को आॅफलाइन कार्यग्रहण करा दिया व कईयों को कार्यमुक्त कर दिया।
आॅफलाइन वालों को नहीं कराएंगे कार्यग्रहण
निदेशक ने सभी उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं कि उनके अधीनस्थ जिलों के ऐसे प्रकरण जहां कार्मिकों को आॅफलाइन कार्यमुक्त कर दिया है उन्हें स्थानांतरित स्थान पर कार्यग्रहण नहीं कराया जाए।
निदेशक ने मांगी जानकारी
निदेशक ने सभी उपनिदेशकों से जानकारी मांगी है कि जहां कहीं भी किसी भी कार्मिक को आॅफलाइन कार्यमुक्त व कार्यग्रहण कराया है उसकी सूचना तुरंत भेजें। उन्होंने बताया कि जिन अधिकारियों ने ऐसा किया है उनके खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कार्रवाई के प्रस्ताव बनाकर निदेशालय को भेजने के लिए सभी उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं।
आदेश में ही त्रुटि
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक श्यामसिंह राजपुरोहित ने उपनिदेशकों को जो आदेश जारी किया है उसमें लिखा है स्थानांतरिक कार्मिक को शाला दर्शन पोर्टल के माध्यम से ही कार्यग्रहण व कार्यग्रहण कराया जाए। जबकि यहां एक जगह कार्यग्रहण व एक जगह कार्यमुक्त होना चाहिए था।
कार्मिक इसलिए कर रहे जल्दी
कई कार्मिक ऐसे हैं जो आॅफलाइन कार्यमुक्त व कार्यग्रहण करने की जल्दी कर रहे हैं इसके पीछे है उन्हें डर है कि उनके स्थान पर कोई दूसरा शिक्षक संशोधन कराकर कार्यग्रहण नहीं कर ले।
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