यूं तो नंबरों की नीलामी उनके संबंधित विभाग करते हैं लेकिन यह नीलामी चैरिटी के लिए की गई थी। इस नीलामी में विभिन्न गाड़ी के नंबर और मोबाइल नंबर की नीलामी करके 3 अरब 35 करोड़ रुपए जुटाए गए। यह 50 देशों में गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए यह नीलामी की गई। इसका आयोजन दुबई की ही रोड एंड ट्रांसपोर्ट अथारिटी ने किया।
भारतीय ने खरीदा था 68 करोड़ का नंबर
दुबई में भारतीय मूल के व्यवसायी बलविंदर साहनी ने 2016 में 68 करोड़ रुपए देकर अपनी कार के लिए डी—5 नंबर खरीदा था। उन्होंने उस समय बताया था कि वह अनोखे तरीके से चैरिटी करना चाहते थे। उनकी लकी नंबर 9 है और डी का मान 4 है। ऐसे में दोनों का योग 9 बनता है। यही वजह है कि यह नंबर प्लेट उन्होंने खरीदी।

41 वर्षीय राहुल तनेजा अपना इवेंट मैनेजमेंट कंपनी चलाते हैं। 1996 से ही उनकी नंबर 1 में दिलचस्पी है। वह बताते हैं कि उन्होंने पहली बार RJ 14 23M 2323 नंबर के साथ सेकेंड हैंड स्कूटर लिया था। यह नंबर जुड़कर 1 होता है। उन्हें हमेशा नंबर 1 रहना पसंद है। ऐसे में वह हर चीज का नंबर 1 रखना चाहते हैं। जैगुआर के अलावा तनेजा ने 2011 में BMW 5-सीरीज भी खरीदी थी। इसका नंबर'RJ 14 CP 0001' है। इसे भी 10 लाख 31 हजार रुपए में खरीदा था। Skoda Laura भी खरीदा तो इसका भी नंबर ‘RJ 20 CB 0001' रखा।