गौरतलब है कि जिले में आए दिन आगजनी की घटनाएं घटित होती हैं लेकिन अग्निशमन वाहन के तत्काल उपलब्ध नहीं होने से गरीब तबके से लेकर किसानों की पसीने की मेहनत का लाखों रुपयों का चारा व अन्य सामान जलकर राख हो जाता है।
दुकानों व घरों में भी आगजनी के चलते लाखों का नुकसान हो जाता है। साथ ही सड़क मार्गों पर वाहन भी आग में जलकर कबाड़ हो जाते हैं। दमकल की मांग को लेकर क्षेत्र के लोग पिछले कई वर्षों से बार-बार मांग भी उठा रहे हैं लेकिन आज तक अग्निशमन वाहन की सुविधा नहीं मिल पा रही।
ग्रामीणों का कहना है कि आग लगने पर किशनगढ़ टोल, बगरू टोल, किशनगढ नगर परिषद, जयपुर व फुलेरा नगरपालिका से अग्निशमन वाहन आते हैं लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो जाता है। जिले में आगजनी की कई बड़ी घटनाएं घटित हो चुकी हैं।