नोटों की हुबहू नकल की…..
सदर थानाधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि मुबारिक अभी फरार है। उसके पकडऩे के लिए जयपुर, झुंझुंनूं में दबिश दे रहे है। उन्होंने बताया कि आसिफ, मेजर व अभिषेक को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि तीनों के पास से 3.60 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए थे। इनके जयपुर के अलावा कहां पर ठिकाने है और कहां-कहां पर नकली नोट चलाए गए। पूछताछ की जा रही है।
सदर थानाधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि मुबारिक अभी फरार है। उसके पकडऩे के लिए जयपुर, झुंझुंनूं में दबिश दे रहे है। उन्होंने बताया कि आसिफ, मेजर व अभिषेक को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि तीनों के पास से 3.60 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए थे। इनके जयपुर के अलावा कहां पर ठिकाने है और कहां-कहां पर नकली नोट चलाए गए। पूछताछ की जा रही है।
पांच महीने से छाप रहे नकली नोट….
जांच में सामने आया है कि मुबारिक, आसिफ व मेजर खां तीनों मिलकर पिछले पांच महीने से नकली नोट बना रहे है। तीनों नकली नोट बनाने की योजना में शामिल थे। अभिषेक स्वीगी में काम करता था। इन्होंने अभिषेक को 40 हजार रुपए का लालच देकर गिरोह में शामिल किया। 10 लाख रुपए के नकली नोटों के साथ पकड़े गए रफीक, असलम व रफीक केवल मोहरें ही थे। उन्हें नकली नोटों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उनके पास से 10 लाख के नकली नोट बरामद हुए थे। असलम के भाई रियाज ने 10 लाख रुपए सउदी से भिजवाए थे। जिन्हें आसिफ व मेजर ने मिलकर नकली नोट थमा दिए।
जांच में सामने आया है कि मुबारिक, आसिफ व मेजर खां तीनों मिलकर पिछले पांच महीने से नकली नोट बना रहे है। तीनों नकली नोट बनाने की योजना में शामिल थे। अभिषेक स्वीगी में काम करता था। इन्होंने अभिषेक को 40 हजार रुपए का लालच देकर गिरोह में शामिल किया। 10 लाख रुपए के नकली नोटों के साथ पकड़े गए रफीक, असलम व रफीक केवल मोहरें ही थे। उन्हें नकली नोटों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उनके पास से 10 लाख के नकली नोट बरामद हुए थे। असलम के भाई रियाज ने 10 लाख रुपए सउदी से भिजवाए थे। जिन्हें आसिफ व मेजर ने मिलकर नकली नोट थमा दिए।