scriptलॉटरी के नाम पर 22 लाख ठगने वाले दंपति सहित तीन गिरफ्तार | Three arrested including a couple who cheated 22 lakhs in the name of | Patrika News

लॉटरी के नाम पर 22 लाख ठगने वाले दंपति सहित तीन गिरफ्तार

locationजयपुरPublished: Jun 04, 2021 11:15:20 pm

Submitted by:

Lalit Tiwari

एसओजी ने मामला दर्ज कर किया गिरफ्तार

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स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने केसीबी में 25 लाख की लॉटरी जीतने के नाम पर 22 लाख रुपए की ठगी करने वाले दंपति सहित तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस उनसे पूछताछ कर अन्य ठगी की वारदातों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं।
एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि 22 फरवरी 2020 को अनिता जांगिड़ ने एसओजी थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि वर्ष 2019 में केबीसी में 25 लाख रुपए की लॉटरी जीतने का कॉल आया फिर फाईल खोलने, पिन नम्बर हटाने, जीएसटी चार्ज, टैक्स कस्टम चार्ज और मिठाई इत्यादि के नाम पर लगभग 22 लाख रुपए अलग अलग खातों में नवम्बर 2019 से फरवरी 2020 के बीच जमा करा लिए।
49 बार में निकाले रुपए-
एसओजी ने बताया कि आरोपियों ने कुल 29 बैंक खातों में नवंबर 19 फरवरी 20 के मध्य लगभग 49 बार अलग अलग टुकड़ों में परिवादी द्वारा रुपए जमा कराना पाया। 29 अकाउंट में से 28 अकाउंट एसबीआई बैंक के बिहार, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश और दिल्ली के पाए गए और एक खाता बैंक ऑफ बडौदा झारखण्ड का पाया गया। पुलिस ने अनुसंधान करने के बाद आया नगर दिल्ली निवासी मानसी (24) पत्नी चेतन की गिरफ्तार कर लिया। मानसी ने दिसंबर 2018 में खाता खुलवाया और पति चेतन का खाता नम्बर एसबीआई जो जनवरी 2020 में जोनपुरा, दिल्ली एसबीआई ब्रांच में खुलवाया था। पति चेतन के साथ मिलकर अन्य सायबर ठगी करने वाले व्यक्तियों को उपलब्ध करवाया। इसमें ईमेल आईडी अन्य आरोपी की जोडकर नेट बैकिंग उपयोग करने दी। मानसी के खाते में लाखों रुपए का लेनदेन पाया गया जो देश के अलग अलग लोगों का था और आगे अन्य खातों में ट्रांसफर किया गया।
इस तरह पकड़ा-
पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद पति आया नगर दिल्ली निवासी चेतन (26) को भी गिरफ्तार कर लिया। चेतन दिल्ली में डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं और मानसी हेल्थ प्लस क्लिनिक दिल्ली में डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं। मानसी के खाते से लिंक मोबाइल नम्बर के विश्लेषण में 1 साल में कुल 13 स्मार्ट फोन काम में लेना पाया गया जबकि दोनों के मासिक वेतन 16 हजार और 18 हजार रुपए हैं। दोनों से पूछताछ के आधार एसओजी टीम ने जीतू नाम के लड़के द्वारा अपने अकाउंट की डिटेल बैंक में बदलवा कर देना तथा खाता उपयोग करना पाया गया। पुलिस ने इस मामले में आया नगर दिल्ली स्थाई निवासी गोड़ा झारखण्ड निवासी आदित्य उर्फ जीतू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बिहार के रितिक नाम के लड़के को दोनों के खाता और अन्य लोगों के खाते भी उपलब्ध करवाए है।
इस तरह करते थे ठगी-
पुलिस ने बताया कि लॉटरी के नाम पर लोगों को फंसा कर उनसे रुपए ऐठने के लिए स्वयं का बैंक खाता खुलवाकर उसकी नेट बैकिंग और अन्य विवरण गिरोह के अन्य सदस्यों को उपलब्ध करवाकर ठगी की गई हैं। आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों के विवरण का विश्लेषण करने पर करोड़ों रुपए का लेन-देन पाया गया। आरोपी आदित्य के पास सैकड़ों लोगों के आधार कार्ड के फोटो, अन्य कई लोगों के विभिन्न बैंक खातों के दस्तावेज और स्वयं के फर्जी दस्तावेज मिले हैं। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार चार दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया हैं।
इस तरह बरते सावधानी-
पुलिस ने बताया कि अनजान व्यक्ति के प्रस्तावों और ऑफरों के प्रलोभन में नहीं आए। राशि दुगनी करने, लॉटरी लगने इश्योरेन्स पॉलिसी, सस्ते लोन उपलब्ध कराने आदि के लालच में नहीं आए। किसी को ओटीपी नहीं बताए। अनजान व्यक्ति से अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करे। फेसबुक पर रुपयों की मांग पर रुपए ट्रांसफर नहीं करें।

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