पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि टीम ने मंगलवार को रेल्वे स्टेशन के पास कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ तस्कर, केरियर व डिलेवरी प्राप्त करने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ४ किलो ७८० ग्राम गांजा बरामद किया हैं। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को दस्तयाब किया है। गिरफ्तार आरोपी नागौर निवासी कुलदीप सिंह राठौड़, दिगविजय सिंह उर्फ डिग्गू बन्ना को पुलिस थाना सदर ने गिरफ्तार किया हैं। वहीं टीम ने अवैध मादक पदार्थ गांजा मंगवाने वाले कुख्यात तस्कर रेनवाल जयपुर निवासी बजरंग शर्मा को दस्तयाब किया हैं।
उड़ीसा से लाते थे गांजा-
मामले में दस्तयाब आरोपी बजरंग शर्मा के खिलाफ पूर्व में भी राजस्थान और अन्य राज्य उड़ीसा में मादक पदार्थ तसक्री के प्रकरण दर्ज है। ७ फरवरी को उड़ीसा में मादक पदार्थ तस्करी के प्रकरण तारीख पेशी होने पर अपने साथ कैरियर कुलदीप सिंह को लेकर गया, जहां पर उड़ीसा में लोकल मादक पदार्थ तस्करों से सम्पर्क कर उड़ीसा से दो अन्र्तराज्यीय तस्कर बी टेक छात्र अभिषेक दास और साम्बित पाणिग्राहकी को ८ किलो गांजा दिलवाया। और स्वयं उनसे पहले ही जयपुर पहुंच गया। सिंधी कैंप थाना पुलिस ने अभिषेक और साम्बित को पकड़ा था। जबकि कुख्यात तस्कर बजरगं शर्मा फरार हो गया था। जानकारी में सामने आया कि आरोपी बजरंग लाल अपने साथी कुलदीप सिंह को लेकर गया था। पुलिस ने तस्कर को बजरंग शर्मा द्वारा ५ किलो मादक पदार्थ गांजा भवानी पटना, उड़ीसा से माल दिलवाया जाना सामने आने पर सीएसटी और थाने की चार टीम गठित कर रेलवे स्टेशन के बाहर तस्कर कुलदीप सिंह को माल की डिलेवरी देते हुए दिगविजय सिंह उर्फ डिग्गी बन्ना को गिरफ्तार किया गया। जबकि रेनवाल निवासी बजरंग शर्मा को वीकेआई से दस्तयाब किया गया। आरोपी कुलदीप कक्षा १२ तक पढ़ा लिखा है। ४ महीने होटल में नौकरी की उसके बाद फाइनेन्स रिकवरी का काम किया और मादक पदार्थ गांजा तस्करों के सम्पर्क में आ गया। वह उड़ीसा से मादक पदार्थ गांजा लेकर कैरियर का काम करने लगा।
मामले में दस्तयाब आरोपी बजरंग शर्मा के खिलाफ पूर्व में भी राजस्थान और अन्य राज्य उड़ीसा में मादक पदार्थ तसक्री के प्रकरण दर्ज है। ७ फरवरी को उड़ीसा में मादक पदार्थ तस्करी के प्रकरण तारीख पेशी होने पर अपने साथ कैरियर कुलदीप सिंह को लेकर गया, जहां पर उड़ीसा में लोकल मादक पदार्थ तस्करों से सम्पर्क कर उड़ीसा से दो अन्र्तराज्यीय तस्कर बी टेक छात्र अभिषेक दास और साम्बित पाणिग्राहकी को ८ किलो गांजा दिलवाया। और स्वयं उनसे पहले ही जयपुर पहुंच गया। सिंधी कैंप थाना पुलिस ने अभिषेक और साम्बित को पकड़ा था। जबकि कुख्यात तस्कर बजरगं शर्मा फरार हो गया था। जानकारी में सामने आया कि आरोपी बजरंग लाल अपने साथी कुलदीप सिंह को लेकर गया था। पुलिस ने तस्कर को बजरंग शर्मा द्वारा ५ किलो मादक पदार्थ गांजा भवानी पटना, उड़ीसा से माल दिलवाया जाना सामने आने पर सीएसटी और थाने की चार टीम गठित कर रेलवे स्टेशन के बाहर तस्कर कुलदीप सिंह को माल की डिलेवरी देते हुए दिगविजय सिंह उर्फ डिग्गी बन्ना को गिरफ्तार किया गया। जबकि रेनवाल निवासी बजरंग शर्मा को वीकेआई से दस्तयाब किया गया। आरोपी कुलदीप कक्षा १२ तक पढ़ा लिखा है। ४ महीने होटल में नौकरी की उसके बाद फाइनेन्स रिकवरी का काम किया और मादक पदार्थ गांजा तस्करों के सम्पर्क में आ गया। वह उड़ीसा से मादक पदार्थ गांजा लेकर कैरियर का काम करने लगा।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उड़ीसा से माल दिलाने की जिम्मेदारी बजरंग शर्मा की थी। जहां से तीन हजार रुपए प्रति किलो में मामल की खरीद की जाकर कैरियर को पांच हजार रुपए दिने जाने थे। उसके बाद बजरंग शर्मा के पास पैसे नहीं होने के कारण उसने दिगविजय सिंह को अपने गिरोह में शामिल कर लिया। और गिरोह बनाकर मादक पदार्थो की तस्करी करने लगा। बजरंग ने बताया कि वह लोडिंग टैम्पों को विश्वकर्मा एरिया में चलाता है। जिसके साथ साथ उक्त माल को छोटी छोटी मात्रा में रिको एरिया विश्वकर्मा, मुरलीपुरा और हरमाड़ा इलाके में सप्लाई किया जाना था। जिन लोगों को बजरंग शर्मा और दिगविजय सिंह द्वारा माल दिया जाता था उनको भी चिन्हित किया जा रहा है। प्रताप नगर जयपुर पूर्व के द्वारा कार्रवाई करते हुए सवाईमाधोपुर निवासी आरोपी रुकम सिंह को १०.२१ ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया।