मंगलवार को विद्यालय की छुट्टी होने के कारण तीनों साथी छात्र दोपहर करीब डेढ़-दो बजे होस्टल संचालक को परीक्षा सामग्री लाने की बात कहकर छात्रावास से निकले थे। छात्रावास से निकलने के बाद तीनों छात्र सरदारशहर मार्ग पर स्थित नहर पुलिया पर घूमने चले गए। तीनों साथी एक साथ नहर की पाल पर चल रहे थे। उस दौरान एक छात्र का पैर फि सल गया, जिसे दोनों ने पकडऩे का प्रयास किया तो तीनों छात्र नहर में गिर गए। किस्मत से अनिल नहर से बाहर निकल आया, जिससे वह बच गया लेकिन उसके साथी विजय व रामरतन नहर में डूब गए। नहर में डूबने से दोनों की मौत हो गई।
सूचना मिलने पर एचसी प्रतापसिंह मय स्टाफ के मौके पर पहुंचे। छात्रों के नहर में डूबने की सूचना पर मौके पर लोगों की काफ ी भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस ने तीन बंगाली गोताखोरों की मदद से करीब एक-सवा घंटे के अथक प्रयास से दोनों छात्रों के शवों को नहर से बाहर निकाला। पुलिस ने दोनों छात्रों के शव को तारानगर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने स्कूल व होस्टल संचालक व परिजनों को सूचना देकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की। दोनों मृतक छात्रों की उम्र करीब 15-16 साल के बीच बताई जा रही है।
रामरतन के पिता बंशीधर खेती का कार्य करते है। बंशीधर के एक लड़का व एक लड़की थी। रामरतन अपनी बहन से छोटा होने के कारण घर में सबका दुलारा था। रामरतन की मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ सा टूट पड़ा। हादसे की सूचना सुनकर दोनों छात्रों के परिवारों में कोहराम मच गया। दोनों छात्रों की मौत का दुखद समाचार सुनकर स्कूल व छात्रावास के शिक्षकों व विद्यार्थियों में मायूसी छा गई।