जयपुरPublished: Aug 14, 2023 12:34:10 pm
Gaurav Mayank
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and Health Department Rajasthan) की मनमानी और संवेदनहीनता के कारण प्रदेश के हजारों फिजियोथैरेपिस्ट सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। राज्य में 10 वर्ष में मात्र 30 और 75 वर्ष के दौरान फिजियोथैरेपी के 70 पदों पर ही भर्ती हो पाई है। जबकि राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (Rajasthan University of Health Sciences) (आरयूएचएस) और अलग-अलग डीम्ड यूनिवर्सिटी से प्रति वर्ष उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 3 हजार है।
जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and Health Department Rajasthan) की मनमानी और संवेदनहीनता के कारण प्रदेश के हजारों फिजियोथैरेपिस्ट सरकारी नौकरी (physiotherapist government job rajasthan) का इंतजार कर रहे हैं। राज्य में 10 वर्ष में मात्र 30 और 75 वर्ष के दौरान फिजियोथैरेपी के 70 पदों पर ही भर्ती हो पाई है। जबकि राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (Rajasthan University of Health Sciences) (आरयूएचएस) और अलग-अलग डीम्ड यूनिवर्सिटी से प्रति वर्ष उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 3 हजार है। सरकार की अनदेखी का आलम यह है कि राजस्थान के 198 आदर्श स्वास्थ्य केन्द्रों पर बजट घोषणा के 3 वर्ष बाद भी फिजियोथैरेपिस्टों की नियुक्ति और सेवाएं शुरू नहीं हो पाई हैं।