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एक ही परिवार के तीन युवक नदी में डूबे, मौत

locationजयपुरPublished: May 27, 2020 09:32:56 am

Submitted by:

vinod sharma

जयपुर. पूर्वी राजस्थान के प्रमुख पांचना बांध से छोड़े गए पानी की चपेट में (Three youths of the same family drown in river, death) आने से करौली जिले के टोडाभीम के एक ही परिवार के तीन युवकों की नदी में डूबने से मौत हो गई।

एक ही परिवार के तीन युवक नदी में डूबे, मौत

एक ही परिवार के तीन युवक नदी में डूबे, मौत

जयपुर. पूर्वी राजस्थान के प्रमुख पांचना बांध से छोड़े गए पानी की चपेट में (Three youths of the same family drown in river, death) आने से करौली जिले के टोडाभीम के एक ही परिवार के तीन युवकों की नदी में डूबने से मौत हो गई। जिससे गांव में कोहराम मच गया। पांचना बांध का पानी टोडाभीम की गम्भीर नदी में पहुंचा, जिस पर बुधवार तड़के अलीपुरा गांव के एक परिवार के तीन श्यामलाल (21) पुत्र चन्नो गुर्जर, बालकेश (21) पुत्र मुकेश गुर्जर व केशव (20) पुत्र पप्पू नहाने गए। युवक नदी में नहाने लगे, इसी दौरान एक युवक का पैर नदी में गड्डे की तरफ चला गया। जिसे बचाने के लिए दो अन्य युवक उसकी तरफ गए। लेकिन वो उसे बाहर निकालने की बजाय गहरे पानी में चले गए। जिससे तीनों की डूबने से मौत हो गई। सूचना पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व बालघाट पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने पुलिस के पहुंचने से पहले ही शवों को निकाल लिया। बिना पोस्टमार्टम कराए बिना ही शवों को ले गए।

घर नहीं पहुंचे तब हुई खोजबीन
अलीपुरा गांव के तीनों युवक परिजनों से नदी पर नहाने जाने की बात कहकर रवाना हुए तथा जल्दी आने की बात भी कही। लेकिन सुबह आठ बजे तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों को चिंता हुई। इसी दौरान नदी से आए कुछ लोगों ने युवकों के डूबने की जानकारी दी तो गांव में कोहराम मच गया। सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर पहुंचे तथा शवों को बाहर निकाला। एक साथ तीन युवकों का गांव में अंतिम संस्कार किया गया। जिससे समूचे गांव में शोक छा गया। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था।

गत पखवाड़े छोड़ा गया था पानी
भरतपुर संभाग के प्रमुख करौली के पांचना बांध से गत पखवाड़े पानी छोड़ा गया था। बांध से प्रतिसाल गर्मी के मौसम में पानी छोड़ा जाता है, जिससे पशु-पक्षियों को पानी मिल सके। क्षेत्र में पानी का भंडारण भी हो सके। लेकिन पानी छोड़ने से पहले प्रशासन को ग्रामीणों को सूचित करना होता तथा नदी, तालाबों में नहीं जाने के लिए सूचना भी चस्पा की जाती है। क्योंकि क्षेत्र की नदियों में सालों से पानी नहीं है। इस कारण वे गड्डों में तब्दील हो गई है। जिनमें पानी जमा होने पर हादसे की आशंका भी रहती है।
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