घर नहीं पहुंचे तब हुई खोजबीन
अलीपुरा गांव के तीनों युवक परिजनों से नदी पर नहाने जाने की बात कहकर रवाना हुए तथा जल्दी आने की बात भी कही। लेकिन सुबह आठ बजे तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों को चिंता हुई। इसी दौरान नदी से आए कुछ लोगों ने युवकों के डूबने की जानकारी दी तो गांव में कोहराम मच गया। सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर पहुंचे तथा शवों को बाहर निकाला। एक साथ तीन युवकों का गांव में अंतिम संस्कार किया गया। जिससे समूचे गांव में शोक छा गया। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था।
गत पखवाड़े छोड़ा गया था पानी
भरतपुर संभाग के प्रमुख करौली के पांचना बांध से गत पखवाड़े पानी छोड़ा गया था। बांध से प्रतिसाल गर्मी के मौसम में पानी छोड़ा जाता है, जिससे पशु-पक्षियों को पानी मिल सके। क्षेत्र में पानी का भंडारण भी हो सके। लेकिन पानी छोड़ने से पहले प्रशासन को ग्रामीणों को सूचित करना होता तथा नदी, तालाबों में नहीं जाने के लिए सूचना भी चस्पा की जाती है। क्योंकि क्षेत्र की नदियों में सालों से पानी नहीं है। इस कारण वे गड्डों में तब्दील हो गई है। जिनमें पानी जमा होने पर हादसे की आशंका भी रहती है।