सबसे ज्यादा परेशानी तो उन नेताओं को हो रही है जो विधानसभा चुनाव हारे चुके हैं। उनके विधानसभा क्षेत्रों में विधायक अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने के लिए अड़े हुए हैं।
विधायकों के दखल की शिकायत हारे हुए प्रत्याशियों ने कई बार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से भी की है लेकिन विधायकों के दखल पर लगाम नहीं लग पाई। विधायकों के दखल से उन क्षेत्रों में टिकट मांग रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी बढ़ती जा रही है। सूत्रों सूत्रों की माने तो कार्यकर्ताओं की नाराजगी टिकट वितरण के बाद खुलकर सामने आ सकती है।
इन विधानसभा क्षेत्रों में दखल ज्यादा
पार्टी सूत्रों की माने तो जयपुर शहर में विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ ही जिन विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा दखल दे रहे हैं उनमें सबसे प्रमुख सांगानेर, विद्याधर नगर और मालवीय नगर है।
यहां पर सरकार के दो पावरफुल कैबिनेट मंत्री और एक युवा मंत्री सबसे ज्यादा दखल देकर अपने समर्थकों को टिकट दिलवाना चाहते हैं। इसके अलावा आदर्श नगर और किशनपोल विधानसभा क्षेत्रों में भी इन मंत्रियों का दखल है।
टिकट के लिए दिल्ली से भी हो रही लॉबिंग
वहीं दूसरी ओर पार्षद चुनाव कहने को भले ही लोकल बॉडी के चुनाव हों, लेकिन कांग्रेस में पार्षद का टिकट पाने के लिए भी दिल्ली से लॉबिंग हो रही है। एआईसीसी के साथ ही कई पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी में बड़े पदों पर रह चुके नेता भी अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और विधायकों को सीधे फोन कर रहे हैं।