Tiddi Dal Attack : किसानों को कीटनाशक छिड़काव की छूट
जयपुरPublished: Dec 16, 2019 07:40:14 pm
Tiddi Dal Attack : राजस्थान में बाड़मेर जिले में टिड्डी की रोकथाम के लिए क्षेत्र के किसान निजी स्तर पर बाजार में आसानी से उपलब्ध क्लोरोपायरिफॉस का छिड़काव कर सकते हैं। कृषि विभाग के उप निदेशक किशोरीलाल वर्मा ने बताया कि बाड़मेर जिले के गडरारोड, रामसर, गुडामालानी, सेडवा एवं शिव पंचायत समिति में टिड्डी की उपस्थिति देखी गई हैं।
Tiddi Dal Attack : किसानों को कीटनाशक छिड़काव की छूट
टिड्डी हमला : किसानों को कीटनाशक छिड़काव की छूट राजस्थान में बाड़मेर जिले में टिड्डी की रोकथाम के लिए क्षेत्र के किसान निजी स्तर पर बाजार में आसानी से उपलब्ध क्लोरोपायरिफॉस का छिड़काव कर सकते हैं।
कृषि विभाग के उप निदेशक किशोरीलाल वर्मा ने बताया कि बाड़मेर जिले के गडरारोड, रामसर, गुडामालानी, सेडवा एवं शिव पंचायत समिति में टिड्डी की उपस्थिति देखी गई हैं। टिड्डी एक सर्वहारी कीट हैं,जो समस्त फसलों, पेड़ पौधों के फल फूल पत्तियां एवं छाल खाकर पौधों को नष्ट कर देता हैं। इस समय जो टिड्डी हैं, वो धुसर अथवा गुलाबी रंग की हैं। टिड्डी दल बहुत बड़ी संख्या में उड़ते हैं।
फसल चौपट
उन्होंने बताया कि शाम के समय यह टिडडी जहां पर भी बैठती हैं, उस स्थान के वनस्पति को चट कर जाती हैं। टिड्डी विभाग की ओर से इनकी रोकथाम के लिए बिना फसली क्षेत्र में मेलाथियॉन 96 यूएलवी का छिड़काव किया जाता हैं, जो अत्यंत जहरीला होता हैं, लिहाजा इसका फसल पर छिड़काव नहीं किया जा सकता।
किसानों को सलाह
उन्होंने बताया कि किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसली क्षेत्र के लिए बाजार में कीटनाशक रसायन विक्रेताओं के पास आसानी से मिलने वाले रसायन क्लोरोपायरिफॉस 20 ई.सी, 1250 एमएल प्रति हैक्टर का छिड़काव कर टिड्डी का नियंत्रण कर सकते हैं।