दिल्ली से एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत मादा सफेद बाघिन सीता नाहरगढ़ बायलॉजिकल पार्क लाई गई थी। सीता सफेद बाघ राजा के साथ कराल में रह ही थी। लगातार हो रही मौत की जांच के लिए बरेली से टीम भी रवाना हुई।
गौरतलब है कि शेरनी सुजैन की मौत के बाद शनिवार को सुबह 10.30 बजे बाघिन रंभा की 10 माह की मादा शावक रिद्धि की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। पोस्टमार्टम में प्रथम दृष्टया मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट पाया गया है।
डीएफओ सुदर्शन शर्मा के मुताबिक शावक रिद्धि को सुबह 10 बजे गार्ड ने बीमार अवस्था में देखा और वनाधिकारियों को सूचना दी। वन्यजीव चिकित्सक जब मौके पहुंचे तब तक शावक की मौत हो चुकी थी। इसके बाद चिकित्सक दल ने नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में उसका पोस्टमार्टम कर विसरा के सैम्पल लिए, जिसे बरेली स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेटेनरी सांइस में भेजे है।
टाइगर सफारी पर संकट बाघिन रंभा के दोनों शावकों को लेकर वन विभाग ने टाइगर सफारी शुरू करने की तैयारी में था। इसके लिए केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण को भी फाइल भेज चुके थे। केवल स्वीकृति का इंतजार था। अब शावक की मौत के टाइगर सफारी पर भी सकंट के बादल छा गए है।
सुजैन की मौत वायरस से! सुजैन की मौत में कनाइन डिस्टेम्पर वायरस कारण बताया गया था। इससे दूसरे जानवरों में फैलने का भी खतरा हो सकता है। मुख्यवन संरक्षक केसी मीणा ने बताया कि सुजैन में बीमारी के लक्षण अलग पाए गए थे। रिद्धि शावक की मौत अचानक हुई है। वह पूरी तरह स्वस्थ था। ऐसे में वायरस का कोई लेना देना नहीं है। फिर भी हम इटावा और दिल्ली जू में संपर्क कर वैक्सीन मंगवा रहे है।